हरियाणा की तहसीलों में 1 नवंबर से संपत्ति पंजीकरण (रजिस्ट्री) की प्रकिया पूरी तरह होगी पेपरलेस!
हरियाणा में 1 नवंबर से सभी 143 तहसीलों व उप तहसीलों में पेपरलेस रजिस्ट्री की शुरुआत होगी। पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर 29 सितंबर को कुरुक्षेत्र के बबैन से योजना का शुभारंभ हो चुका कुरुक्षेत्र में करीब 600 रजिस्ट्री हो चुकी हैं। पायलेट प्रोजेक्ट के बेहतर परिणाम से उत्साहित राजस्व विभाग ने योजना पर चरणवार काम शुरू करने का खाका खींच लिया है। फिलहाल पेपरलेस दस्तावेजों के सत्यापन का कार्य 5 दिनों में होगा। सभी तहसीलों में योजना लागू होने पर अगले 30 दिनों के अंदर दस्तावेजों के सत्यापन का कार्य 48 घंटे में कराने की योजना है।

ऐसे होगी पेपरलेस रजिस्ट्री:
- नई प्रणाली के तहत, नागरिकों को अपनी जमीन से संबंधित दस्तावेज ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करने होंगे।
- स्टांप शुल्क का भुगतान भी ऑनलाइन सरकारी कोष में किया जाएगा।
- दस्तावेज सबमिट होते ही वे संबंधित तहसीलदार को दिखने लगेंगे।
- पांच दिन के भीतर रजिस्ट्री क्लर्क दस्तावेजों की जांच करेंगे।
- किसी प्रकार की कमी पाए जाने पर आवेदक को सूचित किया जाएगा।
- सभी दस्तावेजों के सत्यापन के बाद आवेदक को केवल एक बार फोटो और हस्ताक्षर के लिए बुलाया जाएगा। र
- जिस्ट्री प्रमाणपत्र भी ऑनलाइन जारी किया जाएगा, जिससे नागरिक अपने घर बैठे इसे प्राप्त कर सकेंगे।

राजस्व विभाग के मुख्यालय के अधिकारी पेपरलेस रजिस्ट्री को लेकर सीधे गिनरानी रखेंगे। इसके लिए पोर्टल पर नए सिरे से ब्योरा तैयार किया है। आमजन को राहत देने के लिए यही तैयारी है कि यदि अधिकारी किसी आवेदन को रिजेक्ट करते हैं तो इसका कारण भी अधिकारियों को बताना होगा। स्टांप का ऑनलाइन पेमेंट जमा होगा और केवल टोकन वाले दिन ही तहसीलों में रजिस्ट्री से संबंधित फोटोग्राफी कराने के लिए जाना होगा। पहले डीड राइटर के पास चक्कर काटने होते थे और फिर तहसीलों में जाना होता था।
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