हरियाणा में 2 इंस्पेक्टर और एक पटवारी गिरफ्तार, ACB ने दिया झटका
Haryana News 24 (चंडीगढ़/फरीदाबाद/सोनीपत): हरियाणा सरकार की ‘भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत, राज्य सतर्कता ब्यूरो (एंटी करप्शन ब्यूरो – ACB) ने हाल ही में बड़ी कार्रवाई करते हुए फरीदाबाद और सोनीपत जिलों में तीन सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इन अलग-अलग छापों ने सरकारी महकमों में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया है।
फरीदाबाद: धोखाधड़ी केस निपटाने के नाम पर ₹1.5 लाख की रिश्वत
फरीदाबाद में, एसीबी की टीम ने धौज थाने के सब-इंस्पेक्टर (SI) सुमित कुमार को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह एक शिकायतकर्ता से ₹1.5 लाख की रिश्वत ले रहा था। मामला शिकायतकर्ता के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के एक केस में अदालत में चालान पेश करने का था, जिसमें जानबूझकर देरी की जा रही थी। इस मामले में एक गंभीर मोड़ तब आया जब शिकायतकर्ता ने थाने के एसएचओ (थाना प्रभारी) नरेश यादव पर भी ₹15 लाख की उगाही का आरोप लगाया। शिकायत के बाद एसएचओ नरेश यादव जांच के दायरे में हैं और फिलहाल मेडिकल लीव पर हैं। एसीबी मामले की गहराई से जांच कर रही है।
हरियाणा में भ्रष्टाचार पर ACB का प्रहार: फरीदाबाद में SI, सोनीपत में GRP इंस्पेक्टर और पटवारी गिरफ्तार
सोनीपत में राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर विजयपाल को एक शिकायतकर्ता से ₹5,000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। इंस्पेक्टर ने यह रिश्वत शिकायतकर्ता के खिलाफ आई एक शिकायत को रफा-दफा करने (बंद करने) के एवज में मांगी थी। राजस्व विभाग में तैनात हल्का पटवारी युद्धवीर सिंह को जमीन के इंतकाल (Mutation) दर्ज करने के लिए ₹2,000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
एसीबी के एक प्रवक्ता ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। एसीबी ने जनता से अपील की है कि यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है, तो तुरंत टोल-फ्री नंबर 1800-180-2022 या 1064 पर शिकायत करें।
