हरियाणा के 2 बच्चों ने PM मोदी से की मुलाकात, हरियाणा राज्य का बढ़ाया मान-सम्मान।

अजय की कविता ने मोहा दिल, पीएम मोदी ने की विशेष सराहना
सिरसा जिले के डबवाली उपमंडल के गोरीवाला गांव के रहने वाले अजय, जो कि आरोही मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कालूआना के 10वीं कक्षा के छात्र हैं, ने इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से सीधा संवाद किया। अजय ने पीएम से सवाल पूछते हुए कहा, “हम चिंतन और मनन तो कर लेते हैं, लेकिन आत्मसात नहीं कर पाते, ऐसा क्यों?” इस पर पीएम मोदी ने उत्तर दिया, “मन की स्थिरता और निरंतर अभ्यास से ही ज्ञान को आत्मसात किया जा सकता है।”
इसके अलावा, अजय ने टेक्नोलॉजी के अत्यधिक उपयोग और उससे उत्पन्न तनाव पर भी सवाल किया, जिस पर प्रधानमंत्री ने कहा, “हर चीज का सीमित उपयोग ही तनाव मुक्त जीवन का मंत्र है।” कार्यक्रम के अंत में अजय ने अपनी लिखी हुई कविता भी प्रधानमंत्री को सुनाई, जिसने वहां मौजूद सभी लोगों का दिल जीत लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने अजय की पीठ थपथपाते हुए उसकी सराहना की और उसका हाथ पकड़कर विशेष रूप से सम्मानित भी किया।
अजय का सपना: डीसी बनकर समाज सेवा करना
अजय के पिता पुरुषोत्तम खेतीबाड़ी करते हैं, जबकि उसकी मां कृष्णा एक गृहिणी हैं। साधारण परिवार से आने वाले अजय का सपना है कि वह बड़ा होकर डिप्टी कमिश्नर (DC) बने और अपने जिले व समाज की सेवा करे। अजय का मानना है कि शिक्षा ही बदलाव की असली कुंजी है और वह इस दिशा में अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगातार मेहनत कर रहा है।
स्कूल और जिला प्रशासन में खुशी की लहर
आरोही मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कालूआना की प्रिंसिपल नीता नागपाल ने कहा, “अजय की यह उपलब्धि हमारे लिए गर्व का विषय है। उसने साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में हमारे स्कूल का प्रतिनिधित्व करना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।”
आरोही मॉडल स्कूल्स स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कुमार ने भी अजय की उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा, “अजय और खुशी का चयन न केवल उनकी मेहनत बल्कि हरियाणा की शिक्षा नीतियों की सफलता का प्रमाण है। प्रधानमंत्री मोदी जी का यह कार्यक्रम छात्रों को नए विचार और प्रेरणा प्रदान करता है।”
नारनौल की खुशी ने बढ़ाया सरकारी स्कूल का मान
नारनौल के धौलेड़ा गांव की रहने वाली खुशी, जो कि राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा है, भी इस कार्यक्रम में शामिल हुई। खुशी के पिता जिले सिंह मेवात के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं। खुशी ने बताया कि दिल्ली में 24 से 29 जनवरी तक हुए इस कार्यक्रम में 105 छात्रों को चुना गया था, जिसमें से 36 छात्रों को पीएम से सीधे बातचीत करने का अवसर मिला। हालांकि खुशी उन 36 छात्रों में नहीं थी, लेकिन उसने अन्य गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाई।
खुशी के स्कूल में इस कार्यक्रम को बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया, जहां छात्रों ने इसे बड़े उत्साह से देखा। राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल धौलेड़ा के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. पंकज गौड़ ने कहा, “खुशी का इस कार्यक्रम के लिए चयन हमारे स्कूल के लिए गर्व की बात है। इससे यह संदेश जाता है कि सरकारी स्कूलों के बच्चे भी किसी से कम नहीं हैं।”
कठिन चयन प्रक्रिया के बाद मिली सफलता
अजय का चयन शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित एक विशेष प्रक्रिया के तहत हुआ। आरोही मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कालूआना की ओर से अजय का वीडियो अपलोड किया गया था, जिसमें उसकी प्रस्तुति और विचारों को देखकर मंत्रालय ने उसे कार्यक्रम के लिए चुना।
अजय और खुशी की इस सफलता ने साबित कर दिया है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत में कोई कमी न हो, तो किसी भी सपने को साकार किया जा सकता है। इनकी यह यात्रा हरियाणा के हजारों छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।