हरियाणा में पराली जलाने वाले किसानों पर ऐक्शन, 336 किसानों पर FIR के निर्देश;
हरियाणा में पराली जलाने वाले किसानों पर ऐक्शन, 336 किसानों पर FIR के निर्देश;
हरियाणा समेत आसपास के राज्यों में भी वायु प्रदूषण (Air Pollution) की समस्या बढ़ चुकी है। प्रदेश की हवा खराब हो चुकी है। ऐसे में सरकार द्वारा पराली जलाने वालों के खिलाफ सख्ती के आदेश जारी किए गए हैं।
हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं पर घमासान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा शनिवार को किसी भी किसान की गिरफ्तारी नहीं किए जाने का ऐलान किए जाने के बावजूद रविवार को कैथल जिले में चार किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। यही नहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद प्रदेशभर में 336 किसानों की मंडियों में एंट्री बैन कर दी गई है।
प्रदेश में पराली जलाने के कारण स्मॉग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। राज्य में 15 सितंबर को पराली का सीजन शुरू होने से लेकर शनिवार की रात तक प्रदेश के 16 जिलों में पराली जलाने के 642 केस सामने आ चुके हैं। राज्य में कैथल ऐसा जिला है जहां पिछले छह दिनों से AQI में कोई सुधार नहीं हुआ है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस संबंध में हरियाणा सरकार को फटकार लगाए जाने के बाद दो दिन पहले कृषि निदेशक द्वारा पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए गए थे। जिसके बाद कृषि विभाग की टीमें और पुलिस बल पूरी तरह से सक्रिय हो गया है।
बता दें कि हाल ही के कुछ समय में 12 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी और 42 के चालान भी काटे गए थे। ऐसे किसान अब अगले 2 सीजन तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के माध्यम से अपनी फसल को नहीं बेच पाएंगे। बता दें कि सरकार द्वारा की जा रही सख्ती के बावजूद पराली जलाने पर रोक नहीं लग पा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, GT रोड के आसपास के जिलों करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, कैथल और सिरसा में पराली जलाने के मामले देखे जा रहे हैं।