गोबर से घर बैठे कमायें लाखों, इस मशीन के आगे बड़े-बड़े बिजनेस हुए फेल!
विनय, हरियाणा न्यूज 24
दोस्तों क्या आप जानते हैं कि कोई भी व्यक्ति सफल तब होता हैं जब वह अपना कार्य पूर्ण ईमानदारी, मेहनत एवं लग्न से करता है। लेकिन कई बार कुछ आर्थिक कमी एवं अन्य परेशानियों के चलते भी वह सफल नहीं हो पाता है। आज हम इस लेख में आपको राजस्थान के ऐसे व्यक्ति के बारे में बता रहे हैं, जिसके पास कोई पैसे नहीं थे, फिर भी उसने अपनी मेहनत के दम पर अपना भविष्य बेहतर बना लिया। यह सिर्फ एक व्यक्ति का काम नहीं है बल्कि दो भाइयों ने मिलकर इस सफलता को प्राप्त किया है। इन भाइयों का नाम है राजेंद्र शर्मा व महावीर शर्मा। इनकी राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में S.K Industries के नाम से इंडस्ट्री है।
इन्होंने एक ऐसी मशीन का निर्माण किया है जिससे बेरोजगार व्यक्तियों को आसानी से रोजगार मिल रहा है।
हम इस मशीन की बात करें तो इसका मुख्य काम गोबर से लकड़ी बनाना है। इससे ऐसी लकड़ी बनती है जो विभिन्न उपयोग में आती हैं और इससे हमारे पर्यावरण को भी काफी लाभ पहुँच सकता है।
- कैसे बनती है गोबर की लकड़ी:
राजेंद्र शर्मा ने गोबर से लकड़ी बनाने की प्रक्रिया बताई जो इस प्रकार है:
शर्मा जी ने बताया कि सबसे पहले गाय के गोबर को धूप में रखकर कुछ देर सुखाया जाता है, ताकि उसमें जो भी नमी हैं वह खत्म हो जाये और गोबर मिट्टी की तरह हो जाये।
इसके बाद इसे लकड़ी का आकर देने के लिए इनलेट में डाला जाता है, हालांकि आवश्यकता के अनुसार यह आकार कुछ भी हो सकता है। इसमें स्क्रू मैकेनिस्म भी हैं जिससे कच्चा माल यानि की गोबर दिए हुए सांचे में ढाला जाता है और इसके बाद गोबर से बनाई गई इस लकड़ी को मशीन से निकाल दिया जाता है। बाहर निकालने के बाद इसे कुछ देर धूप में सुखाया जाता हैं ताकि इसकी गंध पूरी तरह से उड़ जाये, और इसमें जो भी नमी हैं वह भी खत्म हो जाये। जब यह अच्छी तरह से कड़क सूख जाती है तो इसमे मजबूती भी आ जाती है। इस मशीन के माध्यम से लगभग 3 फीट की गोबर की लकड़ी बना सकते है और वो भी सिर्फ 1 मिनट के अंदर।
- गोबर की लकड़ी का उपयोग:
राजेंद्र जी कहते हैं कि गोबर से बनाई गई लकड़ी इको – फ्रेंडली इनोवेशन है, जिसका उपयोग कई चीजों में किया जाता है। जैसे विभिन्न अवसर पर आग जलाने के लिए। वैसे आपको बता दें कि इसका इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा है क्योकि यह गोबर से बनी है इसलिए यह अंदर से खोखली होती है। जिससे यह आग जल्दी पकड़ लेती है और आग जलाने के लिए ज्यादा मसक्कत भी नहीं करनी पड़ती। इस लकड़ी के प्रयोग से धुएं की मात्रा भी काफी कम होती है।
- मशीन की कीमत:
इस मशीन की कीमत 75 हजार से 80 हजार रूपये हैं। यदि कोई व्यक्ति को गोबर से लकड़ी बनाने का व्यवसाय शुरू करना है, तो वह व्यक्ति आसानी से अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकता है।
- गोबर की लकड़ी के व्यवसाय से होने वाला लाभ:
गोबर से बनाई जाने वाली लकड़ी से मुख्य रूप से पर्यावरण को लाभ पहुँचता है क्योंकि अक्सर लोग पशुओं के गोबर को बाहर फेंक कर आते हैं। जिससे गंदगी फैलती है और उसमें से बदबू भी आती है। जिससे वहां से गुजरने वालों को काफी कठिनाई होती है। इस तकनीक से गोबर के कचरे की भी व्यवस्था हो जाती है और साथ ही साथ इससे बनने वाली लकड़ी से आमदनी भी होती है। गाय का गोबर आसानी से उपलब्ध हो जाता है इसलिए आप गोबर की लकड़ी बनाने की मशीन स्थापित करके गोबर की लकड़ी को थोक में बेचने का व्यवसाय भी कर सकते हैं। जिससे आपको दोगुना मुनाफा प्राप्त होता है।
जिस तरह से काफी लोग गाय के दूध से डेयरी फार्म का व्यवसाय करते हैं और इससे लोगों को काफी मुनाफा होता है। उसी तरह डेयरी में गऊओं से निकलने वाला अपशिष्ट भी इस मशीन की सहायता से उपयोगी बन सकता है और दूध के साथ साथ गोबर से भी दोगुना कमाई कर सकते हैं।