हरियाणा में भाजपा-कांग्रेस 50-50, मोदी 3.0 पर क्या होगा असर? BJP के सामने बड़ी चुनौती!
हरियाणा में भाजपा-कांग्रेस 50-50, मोदी 3.0 पर क्या होगा असर? BJP के सामने बड़ी चुनौती!
Haryana News 24: हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर चौंकाने वाले नतीजे आए हैं। प्रदेश में भाजपा मात्र पांच लोकसभा सीटों (Haryana Lok Sabha Election Result 2024) पर सिमटकर रह गई, जबकि कांग्रेस ने भाजपा से पांच सीटें छीनकर जबरदस्त तरीके से वापसी की है। हरियाणा में भाजपा ने पांच सीटें जीती हैं। वहीं कांग्रेस ने भी पांच सीटों पर जीत हासिल की है। बीजेपी ने जिन पांच लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की उन सभी पर जीत की हैट-ट्रिक लगाई जबकि कांग्रेस ने पांच लोकसभा सीटें जीतकर इसी साल अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के सामने तगड़ी चुनौती पेश कर दी है!
- हरियाणा में भाजपा मात्र पांच लोकसभा सीटों पर सिमटकर रह गई
- वहीं कांग्रेस ने भी प्रदेश में पांच सीटें हासिल की है
- मध्य हरियाणा में कांग्रेस ने रोहतक, सिरसा और हिसार सीटों पर जीत का परचम लराया
भाजपा ने दक्षिण हरियाणा की Gurugram, Faridabad, And Bhiwani-Mahendergarh लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की।
कांग्रेस ने मध्य हरियाणा की Rohtak, Sirsa, Hisar लोकसभा सीटों पर जीत का परचम लहराया! रोहतक से कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की सबसे बड़ी जीत हासिल की।
Haryana News 24: उत्तर हरियाणा यानी जीटी रोड बेल्ट पर पड़ने वाली चार लोकसभा सीटों में से दो Karnal और Kurukshetra पर भाजपा ने चुनाव जीते, जबकि दो सीटों Sonipat और Ambala में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया। कुमारी सैलजा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा दोनों पांचवीं बार सांसद बने हैं।
साल 2019 में भाजपा ने सभी 10 लोकसभा सीटों पर क्लीन स्विप किया था। इस बार भाजपा को कम से कम आठ सीटों पर जीत की उम्मीद थी, लेकिन कांग्रेस ने उसकी रणनीति ध्वस्त कर दी। भाजपा ने करनाल, गुड़गांव, फरीदाबाद, भिवानी-महेंद्रगढ़ व कुरुक्षेत्र में लगाई जीत की हैट्रिक लगाई हैl वहीं कांग्रेस ने रोहतक, सिरसा, सोनीपत, अंबाला और हिसार लोकसभा सीटें जीती
Haryana News 24: देश की जनता ने अपनी बात कह दी है। मतगणना के एक दिन बाद तस्वीर साफ हो गई है। 543 सदस्यीय लोकसभा में 292 सीटें हासिल करने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए ने जीत हासिल की है। ‘इंडिया’ गठबंधन ने सभी एग्जिट पोल और भविष्यवाणियों को धता बताते हुए 234 सीटें हासिल की हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों से सबसे बड़ी बात यह रही है कि भाजपा की सीटों की संख्या में गिरावट आई है।
जनता का जनादेश
भारत ने अपना फैसला सुना दिया है- एक चौंकाने वाला फैसला! राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ऐतिहासिक तीसरी बार सत्ता में वापसी करेगा, लेकिन वह उम्मीद के मुताबिक नहीं। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा 240 सीटें जीतकर अपने दम पर बहुमत से चूक गई। 543 सदस्यीय लोकसभा में 272 सीटों के साथ, अब यह अपने गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर है। न केवल भाजपा इस चुनाव में अपने ‘400 पार’ के लक्ष्य से दूर है, बल्कि इस फैसले ने निचले सदन में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उसके प्रभुत्व को भी खत्म कर दिया है। गठबंधन की राजनीति फिर से चर्चा में है और सुर्खियों में दो मुख्य खिलाड़ी बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार और तेलूगु देशम पार्टी (TDP) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू हैं।
भाजपा के लिए इसका क्या मतलब है? और आगे क्या चुनौतियाँ हैं?