हरियाणा का अनोखा गांव, नशे से ग्रस्त युवाओं को मिला नया जीवन।
विनय, हरियाणा न्यूज 24
उड़ता पंजाब के बाद अब ‘उड़ता हरियाणा, बना बड़ा मुद्दा। पंजाब के बाद अब नशा हरियाणा में अपने पांव बड़ी तेजी से पसार रहा है। यहां के युवा नशे के जाल में फंसते जा रहे हैं। नशे की उपलब्धतता इतनी आसान हो गई है कि अब हर कोई इसका सेवन करने लगा है। फतेहाबाद में भी युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं। हालांकि सरकार का दावा है कि वो नशे को जड़ से खत्म कर देंगे, मगर जमीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है।
दरअसल हम बात कर रहें हैं फतेहाबाद के जाने-माने गांव काजलहेड़ी की, गांव की इस खराब व्यवस्था को देखते हुए सरपंच पद के उम्मीदवार रामनिवास गोदावरा ने जो नए युवा हैं उनको नशे की बुरी लत ससे बचाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने एक नई पहल की शुरूआत की है कि कैसे यहां के बच्चों को नशे से दूर रखा जाए। इन्होंने गांव में एक खेल के मैदान का निर्माण किया है व एक कोच भी बच्चों की सुविधा के लिए लगाया है। रामनिवास जी ने बताया कि वो एक-एक बच्चे के घर जाते हैं और उनके माता-पिता को कहते
हैं कि आप अपने बच्चे मुझे सौंप दो मैं सभी बच्चों को ग्राउंड़ में दौड़ लगवाऊंगा, खिलाऊंगा व अच्छी सीख दूंगा।
ऐसे हुई इस पहल की शुरूआत
रामनिवास गोदावरा जी ने कहा कि मेरे जो भाई हैं और मेरे समाज के लोग हैं उनके बच्चों की बीस-बीस साल की उम्र में नशे के कारण मौत हो जाती है तो उनके माता-पिता के दिल पर क्या गुजरती है इसका दुख सिर्फ वही समझ सकता है जिसने अपना नौजवान बच्चा खोया हो। उन्होंने बताया कि हमारे गांव में भी कुछ दिन पहले एक लड़की की चिट्टे के ऑवरड़ोज के कारण मौत हो गई थी। इसकी मौत की वजह से मुझे भी काफी दुख हुआ। गोदावरा जी ने बताया किज्यादातर जो युवा सारा दिन खाली बैठे रहते हैं वो ही नशे के जाल मे फंस जाते हैं क्योंकी खाली दिमाग सैतान का घर होता हैऔर उसे सभी उल्टे काम ही सुझते हैं, मैने इसीलिए इस पहल की शुरूआत की है ताकी कोई भी युवा अपना कीमती समय खाली बैठकर बर्बाद न करे और आने वले समय में मेरे गांव के किसी भी युवा की नशे के कारण मौत ना हो।
काजलहेड़ी गांव के ग्राउंड़ में मौजूद अन्य लोगों ने बताया कि यहां पर बच्चें शाम को चार से सात बजे तक मेहनत करेंगे और थक कर अपने घर जाएंगे तो वो ज्यादा मोबाइल के प्रयोग से बचेंगे, समय पर सोएंगे और समय पर ही उठेंगे व नशा करने वाले व्यक्ति से दूर रहेंगे। सभी ने यही कहा कि सभी गांवो को इस पहल की शुरूआत करनी चाहिए और अपने गांव, जिले व पूरे देश को आगे की ओर बढ़ावा देना चाहिए।