रोहतक के नवीन दलाल मुंह से तीर पकड़कर लगाते हैं निशाना, नेशनल चैंपियनशिप में जीता सिल्वर मेडल:

रोहतक के नवीन दलाल मुंह से तीर पकड़कर लगाते हैं निशाना, नेशनल चैंपियनशिप में जीता सिल्वर मेडल:
रोहतक के पैरा तीरंदाज ने जीता सिल्वर मेडल:नेशनल चैंपियनशिप में मारी बाजी, नवीन दलाल मुंह से तीर पकड़कर लगाते हैं निशाना इस उपलब्धि से उन्होंने रोहतक ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा प्रदेश का नाम रोशन किया है। पैरा एथलीट नवीन दलाल इससे पहले भी एशियाई खेलों में कांस्य पदक और एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुके हैं। पैरा एथलीट नवीन दलाल ने नेशनल पैरा चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।
पैरा एथलीट नवीन दलाल इससे पहले भी एशियाई खेलों में कांस्य पदक और एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुके हैं। हाल ही में नवीन दलाल का चयन थाईलैंड में होने वाले एशियाई पैरा कप के लिए हुआ है। जिसमें वह भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। पैरा एथलीट नवीन दलाल ने कहा कि देश के लिए दो बार रजत और कांस्य पदक जीतने के बाद अब वह पदक को गोल्ड में बदलने का प्रयास कर रहे हैं।
नवीन दलाल ने बताया कि यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था। उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। करीब 19 साल पहले सड़क दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी। जिसकी वजह से उनके दोनों पैर और हाथ ने काम करना बंद कर दिया था। जिसके बाद से वह व्हीलचेयर पर बैठने लगे। तमाम परेशानियों को झेलते हुए दलाल ने अपनी पढ़ाई पूरी की है। नवीन दलाल ने जेबीटी, बीए ऑफ लाइब्रेरी साइंस, मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस, एमए हिस्ट्री की डिग्रियां हासिल की हैं।
नवीन दलाल खेलों में आने से पहले राजस्व विभाग में पटवारी की नौकरी करते थे। उनके बड़े भाई अशोक दलाल और ऑफिस के वर्करों ने उन्हें खेलों के लिए प्रोत्साहित किया। जिसके बाद से ही उन्होंने कोच संजय सुहाग से तीरंदाजी की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दिया था। नवीन व्हीलचेयर पर बैठकर तीरंदाजी खेलते हैं। नवीन का बायां हाथ काम नहीं करता, इसलिए वे मुंह से तीर पकड़कर निशाना साधते हैं।