गुरुग्राम में चलेगा ‘पीला पंजा’, मंत्री ने दिया एक हफ्ते का अल्टीमेटम:
गुरुग्राम में चलेगा ‘पीला पंजा’, मंत्री ने दिया एक हफ्ते का अल्टीमेटम:
उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों को इस विषय में निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर फरुखनगर कस्बे में स्थित अवैध अतिक्रमण को हटाया जाए, इसके बाद भी यदि कोई कब्जा पाया जाता है तो संबंधित थाने के अधिकारियों की जिम्मेदारी मानी जाएगी.
प्रदेश के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने शुक्रवार को विभिन्न गांवों का दौरा कर लोगों से संवाद किया। उन्होंने समस्याएं सुनीं और मौके पर उपस्थित अधिकारियों से तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने काे कहा। मंत्री ने कहा कि गुणवत्तापरक समाधान में अधिकारी लापरवाही न बरतें अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
गांव मुबारिकपुर, खेड़ा-झांझरोला, सुल्तानपुर, कालियावास, इकबालपुर व बुढेड़ा में जनसमस्याओं की सुनवाई के दौरान राव नरबीर सिंह ने कहा कि सरकार का प्रयास रहेगा कि आम नागरिकों को उनके नजदीक स्थानों पर ही समस्याओं का निवारण कर उन्हें सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए। इन्ही प्रयासों के क्रम में उन्होंने फरुखनगर कस्बे में अगले एक महीने तक प्रत्येक कार्यदिवस पर सुबह नौ बजे से 11 बजे तक समाधान शिविर लगाने के निर्देश दिया है।फरुखनगर के लोग इसका स्थान स्वयं तय करें कि शिविर कहां लगाया जाए। उनका प्रयास रहेगा कि एक महीने तक चलने वाले इस शिविर में समय-समय पर वह स्वयं भी उपस्थित रहें। मंत्री ने फरुखनगर कस्बे से जुड़ी समस्याओं की सुनवाई करते हुए आमजन को आश्वस्त किया कि आने वाले पांच सालों में विभिन्न विकास परियोजनाओं के माध्यम से फरुखनगर का पूरी तरह से कायाकल्प किया जाएगा। लोगों ने जो भी मांग रखी है, उन पर आगामी सौ दिनों में काम शुरू हो जाएगा।
मंत्री ने कहा कि अब से सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार को दो विभाग के अधिकारी सुबह 11 बजे से बीडीओ कार्यालय में आमजन से जुड़ी समस्याओं की सुनवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी 26 नवंबर को बिजली व रोडवेज के अधिकारी जनसुनवाई करेंगे। इसी प्रकार तीन दिसंबर को भी दो अन्य विभाग के अधिकारी जनसमस्या का निवारण करेंगे।
मंत्री राव नरबीर सिंह ने गांव मुबारिकपुर और खेड़ा झांझरोला में ग्रामीणों द्वारा सामुदायिक भवन की मांग को स्वीकार करते हुए कहा कि जल्द इस दिशा में अधिकारियों को काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने झांझरोला में अनुसूचित चौपाल की मांग पर ग्रामीणों से कहा कि पंचायत इसके लिए जमीन उपलब्ध कराए। इस कार्य को पूरा कराने की जिम्मेदारी उनकी है।