अनोखी शादी: न पंडित, न सजा मंडप, झज्जर में हुई शादी की हर तरफ हो रही चर्चा!
 
                Haryana News 24: शादी तो आपने बहुत देखी होंगी। आजकल लोग शादियों में क्या कुछ नहीं करते। कई शादियों में लाखों का खर्च होगा, मेहमानों की लंबी लिस्ट होगी है। कुछ लोग डेस्टिनेशन वेडिंग करते हैं। इसी बीच हरियाणा के झज्जर जिले के गांव गोरिया में एक अनोखी शादी हुई। यहां दूल्हा-दुल्हन तो थे, लेकिन न तो पंडित थे और न ही मंत्रोच्चारण हुआ। गांव गोरिया के शहीद भगत सिंह युवा मंच के सदस्य सर्वेश भुक्कर ने केक काटकर अपनी दुल्हन पारस को वरमाला पहनाई। यह शादी अब चर्चा में है।
भगत सिंह के चित्र के सामने पुष्प अर्पित कर दुल्हा-दुल्हन ने पहनाई वरमाला:
बता दें कि शादी में कोई भी सोने चांदी के आभूषण नहीं लिए गए। शादी के बाद मंदिर में पूजा अर्चना न कर भगत सिंह के चित्र के आगे पुष्प अर्पित कर रस्म पूरी की गई। भगत सिंह को साक्षी मानकर शादी की रस्में हुई। खास बात यह रही कि इस खास शादी में न पंडित जी आए और ना ही मंडम सजा था। आपसी सहमति से मंत्रोच्चार के साथ शादी करने के बजाय केक काटकर व भगत सिंह के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करने के बाद दुल्हा व दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई गई।

शादी का कार्ड भी रहा चर्चित:
वहीं  शहीद भगत सिंह युवा मंच के सदस्य सर्वेश भुक्कर ने बताया कि वे छात्र जीवन से ही भगत सिंह के जीवन से प्रभावित रहे हैं। वे भगत सिंह को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने अपने शादी के कार्ड पर गणेश भगवान की फोटो की बजाय दीनबंधु छोटूराम व शहीद भगत सिंह का फोटो छपवाया हुआ है। शादी कार्ड में कहीं चाक भात व मंगल गीत की सूची न बनवाकर सीधे प्रीति भोज व बरात प्रस्थान का समय दर्शाया गया है। पर्यावरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही सभी रस्मों में मेहमानों को पौधे वितरित किए गए।

 
                         
                                                          
                                                          
                                                          
                                                         