नौकरी से हटाए गए होमगार्ड जवानों ने जयहिंद के पास डाला डेरा

- जयहिंद की सरकार को दो टूक, जवानों की मांगे माने नहीं तो करेंगे आंदोलन
- सड़कों पर उतरने पर मजबूर ना करे सरकारः नवीन जयहिंद
Haryana News 24 : हरियाणा प्रदेश के पुलिस विभाग में कर्मचारियों की कमी के चलते उनका आधे से ज्यादा काम होमगार्ड जवान संभालते हैं। इन जवानों को पुलिस कर्मचारी की तर्ज पर ना कोई सरकारी सुविधा मिलती, ना तनख्वाह से अलग कोई सरकारी भत्ता, ना ही अन्य लाभ। इसके अलावा होमगार्ड जवानों को जब मन करे नौकरी से हटा दिया जाता है। ये कहना है हाल में अचानक नौकरी से हटाए गए होमगार्ड जवानों का, जो रविवार को रोहतक में नवीन जयहिंद के जनता दरबार में अपनी मांगे व समस्याएं लेकर पहुंचे थे।
नौकरी से हटाए गए होमगार्ड जवानों के प्रतिनिधि मंडल से बातचीत के बाद नवीन जयहिंद ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से अपील करते हुए कहा कि इन जवानों की मांगों को प्राथमिकता देते हुए सबसे पहले भर्ती करना चाहिए अन्यथा इनके परिवार का भविष्य भी खतरे में आ जाएगा। वहीं होमगार्ड वेलफेयर के नाम पर इनके पैसों में जो कटौती की गई है उसपर भी संज्ञान लिया जाए। अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो हमारे पास सड़क पर उतरने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचेगा।
जयहिंद ने बताया कि जब पिछली सरकार में गृहमंत्री अनिल विज थे, उन्होंने कहा था कि 2016 के बाद कोई भर्ती नहीं की गई जबकि सच्चाई ये है कि पिछले दरवाजे से भर्तियां हुई। इस संबंध में हाईकोर्ट में केस गया तो फैसला आया कि इन जवानों को 3 महीने के अंदर नौकरी देनी होगी लेकिन आज तक इनपर कोई ध्यान नहीं दिया गया। आगे उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने फरियाद लेकर गए होमगार्ड जवानों से वायदा किया था कि जब भी भर्तियां होगी, तो उन्हें जरूर जगह मिलेगी। ऐसे में अब पांच हजार वेकेंसी निकली है तो इतने सालों से काम कर रहे होमगार्ड जवानों को प्राथमिकता देनी चाहिए। जयहिंद ने कहा कि सरकार को इन होमगार्ड जवानों पर ध्यान देना ही होगा क्योंकि अनुभव होने के साथ-साथ ये योग्य भी हैं। अगर सैनी सरकार की ओर से इनको नजरंदाज किया गया तो ठीक नहीं होगा। मजबूरन हमें प्रतिनिधित्व करते हुए नौकरी से हटाए गए होमगार्ड जवानों के साथ सड़कों पर उतरना पड़ेगा।