हरियाणा के 370 भ्रष्ट पटवारियों पर गिरेगी गाज, किस जिले में कितने देखे लिस्ट:

हरियाणा के 370 भ्रष्ट पटवारियों पर गिरेगी गाज, किस जिले में कितने देखे लिस्ट:
हरियाणा की नायब सरकार ने प्रदेश की तहसीलों में फैले भ्रष्टाचार पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने 370 भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट जारी की है। इनमें 170 पटवारी ऐसे भी हैं, जिन्होंने आगे अपने सहयोगी रखे हुए हैं।
हरियाणा सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने राजस्व विभाग में फैले भ्रष्टाचार के मामलों को गंभीरता से लिया है। इस संबंध में जारी एक गोपनीय एवं अति-तत्काल पत्र में राज्य के सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है कि वे विभाग में भ्रष्टाचार करने वाले पटवारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। रिपोर्ट के साथ बकायदा भ्रष्ट पटवारियों की जिलेवार सूची बनाकर भेजी गई।
- सहयोगियों में कुछ ऐसे हैं, जो पटवारी के पद से ही रिटायर हुए हैं। आम लोगों से जमीन की पैमाइश, गिरदावरी, इंतकाल व रिकार्ड ठीक करने के नाम पर इन पटवारियों द्वारा पैसे की डिमांड करने के आरोप हैं।
- सूत्रों का कहना है कि CID द्वारा बड़े ही गोपनीय तरीके से फील्ड में लम्बा समय लगाने के बाद भ्रष्ट पटवारियों के नाम तय किए हैं।
- विभाग की ओर से तैयार की गई 370 भ्रष्ट पटवारियों व 170 उनके सहयोगियों की लिस्ट सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई है।
- भ्रष्टाचार के मामले में राज्य सरकार की इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
- लिस्ट के साथ पटवारियों द्वारा रुटीन के कार्यों के लिए मांगे जाने वाली राशि का भी उल्लेख किया गया है।
रिकॉर्ड में गड़बड़ी: प्रदेश सरकार के आरोप और दावे के अनुसार आरोपी पटवारियों ने पैमाइश, इंतकाल, रिकॉर्ड ठीक करने और नक्शा पास कराने के एवज में भ्रष्टाचार किया है। यहां तक कि 370 पटवारियों में से 170 पटवारियों ने अपने अधीनस्थ सहायक भी रखे हैं।
निजी मकानों और ठिकानों पर खोले ऑफिस: प्रदेश सरकार की ओर से की गई इस गुप्त कार्रवाई के बारे में पटवारियों को समय रहते पता नहीं लगा। अब राज्य सरकार कार्रवाई का पूरा मन बना चुकी है। इस संबंध में कुछ पटवारियों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। सरकार की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ पटवारियों ने निजी मकानों और निजी ऑफिस तक खोल रखा है, जहां उनके सहायकों के जरिए लोगों से काम के एवज में रिश्वत लेने के आरोप हैं। राज्य सरकार की ओर से तैयार सूची में ऐसे पटवारियों के नाम और पदनाम के साथ उनके सहयोगियों का नाम भी उल्लेख किया गया है।
सबसे बड़ी बात यह है कि भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट में उनके नाम के साथ-साथ उनकी जातियां भी बताई गई हैं। इसी तरह से पटवारियों द्वारा रखे गए सहयोगियों के नाम भी लिस्ट में शामिल हैं। सरकार ने जिस तरह से यह कार्रवाई की है, इससे स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में इन पटवारियों पर प्रशासनिक गाज भी गिर सकती हैं। इन पटवारियों की बदली भी होने की संभावना बढ़ गई है। सूत्रों का कहना है कि ऐसे लोगों के नाम तहसील कैम्पस में चस्पा भी किए जा सकते हैं।
सरकार द्वारा तैयार की गई भ्रष्ट पटवारियों की लिस्ट के हिसाब से सबसे अधिक भ्रष्टाचार कैथल और सोनीपत जिला में है। कैथल जिला के 46 भ्रष्ट पटवारियों और उनके 7 सहयोगियों के नाम सामने आ हैं। इसी तरह सोनीपत में 41 पटवारी और 15 सहयोगियों के नाम लिस्ट में हैं। वहीं पंचकूला में एक भी पटवारी और सहयोगी का नाम नहीं है। इस लिस्ट के हिसाब से रोहतक व अंबाला जिला में सबसे कम 5-5 भ्रष्ट पटवारियों के नाम इस लिस्ट में शामिल हैं।
सरकार ने तैयार की यह लिस्ट
जिला पटवारी सहायक
अंबाला 05 03
भिवानी 10 04
दादरी 06 01
फरीदाबाद 19 03
फतेहाबाद 25 04
गुरुग्राम 27 26
हिसार 13 06
झज्जर 20 07
जींद 12 06
कैथल 46 07
करनाल 07 06
कुरुक्षेत्र 23 04
महेंद्रगढ़ 36 20
नूंह 06 03
पलवल 17 15
पंचकूला 00 00
पानीपत 09 03
रेवाड़ी 16 15
रोहतक 05 01
सिरसा 13 07
सोनीपत 41 15
यमुनानगर 14 14
कुल 370 170