किसानों की होगी मौज, देशी गाय रखने पर साल में मिलेंगे 30 हज़ार रूपये!
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने किसानों के लिए खुशखबरी भरी खबर जारी की है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने के लिए जो किसान देशी गाय रखेगा उसे प्रति गाय 30 हजार रूपये वार्षिक अनुदान दिया जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी सोमवार को पंचकूला के दौरे पर पहुंचे, जहां उन्होंने गौसेवा सम्मेलन में हरियाणा को बेसहारा गौवंश मुक्त बनाने के अभियान का शुभारंभ करते हुए गौवंश संरक्षण और गौशालाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेक बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने गौशाला एवं गौसदन विकास योजना के अंतर्गत गौशालाओं को वित्त वर्ष 2024- 25 के लिए चारा अनुदान के लिए 32.73 करोड़ रूपए की धनराशि प्रथम किस्त के रूप में जारी की।
सीएम नायब सैनी ने इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए खेती के साथ- साथ पशुपालन करने वाले किसानों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए जो किसान देशी गाय का पालन करेगा, उसे प्रति गाय 30 हजार रूपए सालाना अनुदान राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाय का दूध अमृत समान होता है और वैज्ञानिक शोध में यह बात प्रमाणित हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि देशी गाय का दूध उसकी A- 2 आनुवांशिकी के कारण डाइबिटीज व हृदय रोगों से बचाव व उपचार में अत्यन्त लाभकारी है। गाय का दूध मां के दूध के समान गुणकारी माना गया है। गाय का दूध तो अमृत है ही, साथ ही गोमूत्र तथा गोबर को भी भारतीय चिकित्सा पद्धति के अनुसार बड़ा उपयोगी माना गया है।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में गाय छोटे और सीमांत किसानों की आजीविका का एक मुख्य साधन रही है। गायों की सुरक्षा के लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने कड़े कानून बनाये हैं। हमारी सरकार ने ’’हरियाणा गौ वंश संरक्षण एवं गौ संवर्धन अधिनियम-2015’’ के अंतर्गत गौ हत्या करने वाले व्यक्ति को 10 वर्ष तक कारावास व एक लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान किया है। गौ तस्करी करने वाले व्यक्ति को 7 वर्ष तक कैद और उपयोग किये जाने वाले वाहन को जब्त करने के अतिरिक्त 70 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान किया गया है। जुर्माना राशि अदा न करने पर एक साल तक की अतिरिक्त कैद का प्रावधान भी किया गया है। इसके अलावा गौ-हत्या व गौ-तस्करी को रोकने के लिए राज्यस्तरीय विशेष गौ संरक्षण कार्यबल का गठन किया गया है। गौ-हत्या के अपराधियों को सजा दिलाने के लिए फरीदाबाद व यमुनानगर में गौमास टेस्टिंग लैब स्थापित की गई हैं।
CM नायब ने बताया कि देशी गायों की नस्ल सुधार हेतु राज्य में 37 करोड़ रुपये की लागत से चार गौवंश संवर्धन एवं अनुसधान केन्द्रों की स्थापना का कार्य अंतिम चरण में है। ये केन्द्र जिला कैथल के क्योड़क, झज्जर के लकड़िया, करनाल के उचानी और महेन्द्रगढ़ में स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंचगव्य आधारित उत्पादों पर अनुसंधान और विकास के लिए हरियाणा गौवंश अनुसंधान केंद्र सुखदर्शनपुर (पंचकूला) की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में बेसहारा गौवंश पशु चिकित्सालय बनाने की योजना है ताकि बेसहारा गौवंश का इलाज व रखरखाव किया जा सके।