22 जुलाई शिव रात्रि पर्व मनाया जाएगा शांतिपूर्वक कांवड़ियों को नहीं आने दी जाएगी दिक्कत
22 जुलाई शिव रात्रि पर्व मनाया जाएगा शांतिपूर्वक कांवड़ियों को नहीं आने दी जाएगी दिक्कत
हरियाणा सरकार ने शिवरात्रि के अवसर पर कांवड़ियों की सुरक्षित यात्रा एवं सद्भाव बनाने के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं, इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। कांवड़ यात्रा के मार्गों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है तथा यात्रा के दौरान पुलिस विभाग पूरी तरह से सतर्क रहेगा
हरियाणा सरकार ने शिवरात्रि के अवसर पर कांवड़ियों की सुरक्षित यात्रा एवं सद्भाव बनाने के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि शिवरात्रि के अवसर पर हरियाणा के अनेक श्रद्धालु हरिद्वार से कांवड़ लेकर आते हैं। अधिकतर श्रद्धालु यमुनानगर के रास्ते से कावड़ लेकर आते हैं। शिव भक्तों और कांवडिय़ों की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध करने के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्य मार्गों तथा अन्य मार्गों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई हैं तथा कावड़ यात्रा के दौरान पुलिस विभाग पूरी तरह से सतर्क रहेगा और किसी भी प्रकार से कानून व्यवस्था एवं शांति भंग नहीं होने दी जाएगी।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि कावड़ यात्री अक्सर कावड़ यात्रा के दौरान भांग आदि का नशा करते है और मौज-मस्ती में शोर भी मचाते हैं। इसके लिए पुलिस विभाग को विशेष ध्यान रखने और यातायात को बाधित न होने देने बारे निर्देश दिए गए है।
उन्होंने बताया कि पूरे जिला में कावड़ यात्रा के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिए जाएंगे व उनके साथ संबंधित थाना प्रबंधक भी रहेंगे। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर कांवड़ यात्रा को डाइवर्ट भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि 22 जुलाई से 2 अगस्त 2024 तक चलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है। जिला यमुनानगर में भी कावड़ यात्रियों को लेकर अधिकारियों ने बैठक तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं द्वारा कावडिय़ों के लिए जगह-जगह जो शिविर लगाए जाएंगे उनकी अनुमति अपने-अपने उपमंडल के क्षेत्र में उपमंडल अधिकारी (नागरिक) जगाधरी, बिलासपुर, और रादौर से ली जा सकेगी तथा सभी शिविर सडक़ मार्ग से 200 फूट की दूरी पर हरिद्वार-सहारनपुर की तरफ से आते हुए बाई ओर तथा पीछे हटकर लगाए जाएंगे तथा शिविरों का पंजीकरण समय से पूर्व संबंधित उपमंडल अधिकारी(नागरकि)के कार्यालय से करवाया जाए।
उन्होंने बताया कि कावडिय़ों के शिविर अन्य समुदाय के धार्मिक स्थानों से उचित दूरी पर लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके अतिरिक्त पार्किंग व्यवस्था भी सडक़ से दूर रखी जाए ताकि यातायात व्यवस्था में कोई व्यावधान पैदा न हो और कावड़ यात्रा सुचारू रूप से चलती रहे।