शंभू बॉर्डर खोलते ही दिल्ली कूच करेंगे किसान।
HARYANA NEWS 24 – पंजाब- हरियाणा सीमा के शंभु बार्डर पर फरवरी महीने से आंदोलन कर रहे किसानों ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट (PHHC) के आदेशों के बाद दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित कई अन्य किसान नेताओं ने आज चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि वह शंभू बॉर्डर के खुलते ही दिल्ली के लिए कूच कर देंगे। उनके पास 6 महीने का राशन है।
किसान नेताओं ने कहा कि ट्रैक्टर- ट्रालियों के साथ यह कूच करेंगे, क्योंकि बारिश, गर्मी व सर्दी से बचने के लिए उनके पास एकमात्र विकल्प ट्राली ही होती है। किसान दिल्ली कूच को लेकर अपने फैसले पर अडिग है क्योंकि इसी के लिए ही उन्होंने अपना आंदोलन शुरू किया था। गांवों में इसके लिए विशेष तैयारी की जा रही है। पंजाब के बठिंडा एवं हरियाणा के सिरसा से किसानों का बड़ा जत्था खनौरी बॉर्डर पहुंच रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से वह कोई मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि दिल्ली की सीमाओं पर चले आंदोलन को समाप्त करवाते समय सरकार की तरफ से जो वादे किए गए थे। उनको पूरा करवाने के लिए ही आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बॉर्डर खोलने के लिए तैयार नहीं हो रही है, जबकि हाईकोर्ट की तरफ से इस संबंध में स्पष्ट आदेश जारी किए गए हैं कि 7 दिन के भीतर बार्डर से बैरिकेडिंग हटाकर रास्ता साफ करना होगा।
हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. यहां तक कि बॉर्डर पर पहले की तरह सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद साफ हो गया है कि रास्ता किसानों ने नहीं, बल्कि बीजेपी सरकार ने रोका है और अब भी हरियाणा सरकार द्वारा रास्ता न खोले जाने पर व्यापारियों को भी किसानों का साथ देते हुए भाजपा के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 300 मीटर पंजाब की तरफ बॉर्डर का एरिया पड़ता है, इसलिए बॉर्डर खोलने का आदेश पंजाब सरकार के लिए भी हैं।
किसान नेताओं ने शुभकरण की मौत की FSL रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पुलिस को बचाने के लिए इस तरह की रिपोर्ट को प्रभावित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को बदनाम करने के लिए कहा गया कि पुलिस शॉटगन का इस्तेमाल नहीं करती है। हरियाणा सरकार के अधिकारी को जांच सौंपने से इंसाफ की उम्मीद नहीं बचती।