पिता बीमार, मां ने मजदूरी कर बेटी को बनाया नर्सिंंग ऑफिसर।
- मां ने मजदूरी कर बेटी को पढ़ाया, गीतांजलि की सफलता की कहानी
कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है। यदि आप किसी चीज को पाने के लिए दिल से मेहनत करते हैं तो वह चीज आपको कभी-न-कभी जरूर मिलती है। फिर आप यह बहाना नहीं बना सकते कि हमें लाइफ में आगे बढऩे के लिए अछी सुख-सुविधाएं नहीं मिली, इसलिए हम पीछे रह गए। वह कहते हैं न कि यदि आप गरीब पैदा हुए हैं तो इसमें आपकी कोई गलती नहीं है, लेकिन यदि आप गरीब मरते हैं तो इसमें आपकी गलती है। क्योंकि इंसान चाहे तो गरीब से गरीब हालातों से भी उठकर अमीर और कामयाब बन सकता है। ऐसे में अब एक छोटे-से घर में पूरे परिवार के साथ रहने वाली गीतांजलि को ही ले लीजिए, जो गरीबी से उठकर ऑल इंडिया में 106वां स्थान हासिल कर नर्सिंग ऑफिसर चयनित हुई है।
नर्सिंग ऑफिसर बनी गीताजंलि के बारे में बताते चलें तो वह हरियाणा प्रदेश के जिला रोहतक की रहने वाली हैं। गीतांजलि की माता सुनिता आंगनवाड़ी सहायक हैं तो पिता सोमनाथ बवेजा बीमारी के कारण कोई काम नहीं कर पाते, जिससे परिवार की सारी जिमेवारी सुनिता बवेजा के कंधों पर आ गई। थोड़ी-सी तनवाह में अपने परिवार को पालन-पोषण करती सुनिता ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा तथा उनके इसी परिश्रम को देखकर उनकी बेटी ने भी अपने परिवार की माली हालात सुधारने की ठान ली और शुरू कर दिया नर्सिंग ऑफिसर का सफर। गीताजंलि ने आर्थिक तंगी के चलते अपनी स्कूली पढ़ाई सरकारी स्कूल से पूरी की। जिसके बाद कॉलेज से शिक्षा लेते-लेते वह लगन के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रही।
यह भी बताते चलें कि गीतांजलि एक गरीब परिवार से संबंध रखती हैं। उन्होंने एक छोटे-से कमरे में पूरे परिवार के साथ रहकर इस परिक्षा के लिए जीतोड़ मेहनत की और आज अपने माता-पिता का नाम भी गर्व से ऊंचा कर दिया। गीतांजलि ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता-पिता के अलावा अपनी कोचिंग एकेडमी व अध्यापकों को दिया तथा कहा कि उसका यह सफर इन सबके बिना अधूरा था। आज गीतांजलि हर किसी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।
- दहिया नर्सिंग कैरियर एकेडमी का विशेष योगदान:
गीतांजलि ने बताया कि उनके इस सफर में दहिया नर्सिंग कैरियर एकेडमी का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने नर्सिंग ऑफिसर बनने के लिए अपनी सारी तैयारी इसी एकेडमी के अंतर्गत की है। जहां केवल 6 से 8 महीने के अंदर ही वह अछी रैंकिंग के साथ नर्सिंग ऑफिसर बनी। गीतांजलि ने आगे बताया कि दहिया नर्सिंग कैरियर एकेडमी हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे भारत की सबसे अव्वल संस्था है। जहां बाों के भविष्य व उनकी प्रतिभा को हीरे की तरह निखारा जाता है। अध्यापकगण व मिलने वाली अन्य सुविधाएं इस संस्था को इतना खास बना देती हैं कि यह एकेडमी प्रत्येक वर्ष पूरे देश में टॉप आती है। उन्होंने एकेडमी संचालक अमित मान व अन्य अध्यापकों का धन्यवाद करते हुए बताया कि स्वयं तथा एकेडमी की मेहनत की बदौलत ही वह प्रथम प्रयास में 106वां रैंक हासिल कर पाई है।