हरियाणा की सॉलिड ताई, 80 की उम्र में फेंकती है भाला!
विनय, हरियाणा न्यूज 24
खेल के मैदान में चाहे युवा हो या बुजुर्ग, हरियाणा हमेशा अव्वल रहता है और ये जज्बा हरियाणा की रगों में बहता है। हरियाणा को इसीलिए देश की मेडल फैक्ट्री भी कहा जाता है। अब 80 साल की दर्शना देवी उम्र के इस पड़ाव में कई कीर्तिमान स्थापित कर चुकी हैं। पिछले कई सालों में 80 साल की दादी ने दो दर्जन से ज्यादा मेडल जीते हैं और ना सिर्फ देश के अंदर बल्कि विदेश में भी भारत का नाम रोशन किया है। यह 80 साल की दर्शना देवी हैं। हौसले ऐसे कि अच्छे-अच्छे पस्त हो जाए।
80 की उम्र में हरियाणा की दादी ने खेल की दुनिया में गाड़े झंडे, जीत चुकी हैं दो दर्जन से ज्यादा मेडल। दर्शना देवी एक रिटायर्ड जेबीटी टीचर हैं। रिटायर होने के बाद वो सामाजिक कार्यों में लग गई। पिछले कई सालों में 80 साल की दादी ने दो दर्जन से ज्यादा मेडल जीते हैं और ना सिर्फ देश के अंदर बल्कि विदेश में भी भारत का नाम रोशन किया है। 2017 में उन्होंने खेलों में हिस्सा लेने का फैसला किया। उसके बाद देश ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक के बाद एक मुकाम हासिल करती चली गईं। 2017 में जैवलिन थ्रो में दर्शना देवी ने स्टेट लेवल पर 3 मेडल हासिल किए। उसके बाद दिल्ली में हुई नेशनल प्रतियोगिता में भी गोल्ड मेडल जीता। इंटरनेशनल मास्टर गेम्स एसोसिएशन की ओर से मलेशिया के पिनांग सिटी में एशिया पेसिफिक मास्टर गेम में 5 मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया।
28 मेडल जीत चुकी हैं दर्शना देवी
दर्शना देवी ने बताया कि अब नवंबर में एशिया में होने वाले मास्टर गेम्स का ट्रायल है। यह ट्रायल केरल में होगा। ट्रायल के बाद वह फिर से
प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। उन्होंने बताया कि पहले उनके रिटायर्ड टीचर पति धर्मपाल देशवाल उनका खेलों में उत्साह बढ़ाया करते थे। जनवरी में उनके पति का देहांत हो चुका है। पानीपत में हुई 10 किलोमीटर की पिंक मैराथन दौड़ मैं दर्शना देवी ने प्रथम स्थान हासिल किया था। प्रशासन की तरफ से दर्शना देवी को 11 हजार रुपये का इनाम भी मिला था। दर्शना देवी अब तक नेशनल, इंटरनेशनल और स्टेट लेवल के लगभग 28 मेडल जीत चुकी हैं।
मान कौर से मिली प्रेरणा
मान कौर भारत की सबसे बुजुर्ग ट्रैक और फील्ड एथलीट थीं। उनका जन्म पंजाब में 1 मार्च 1916 को हुआ था। मान कौर ने विभिन्न चैंपियनशिप में 100 से ज्यादा उम्र की कैटेगरी में कई विश्व रिकॉर्ड बनाए। उन्होंने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी कई गोल्ड मेडल जीते। 103 साल की उम्र में उन्हें भारत के राष्ट्रपति ने नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दर्शना देवी को यह प्रेरणा 5 साल पहले एक बार अखबार में उनके पति ने मान कौर का जिक्र किया और कहा कि वह इस उम्र में भी दौड़ लगाकर मेडल जीत रही हैं क्या तुम कर सकती हो? मजाक में कही हुई बात दर्शना देवी ने दिल पर ले ली और उसके बाद से मेडल जीतने का यह सिलसिला शुरू हो गया। दर्शना देवी कहती हैं कि मान कौर को देखकर उन्होंने सोचा कि जब वो 90 साल की उम्र में खेल में करियर की शुरुआत कर सकती हैं तो वो अभी उनसे छोटी हैं। यही सोचकर उन्होंने खेलों में हिस्सा लेना शुरू किया।
दर्शना देवी के पति का देहांत हो गया है लेकिन अभी दर्शना देवी जो भी मेडल जीतती हैं उन्हें अपने पति को ही समर्पित करती हैं। दर्शना कहती है उम्र के हर पड़ाव में उनके पति ने हमेशा उनका साथ दिया जब मजाक में खेलों के लिए प्रेरित करने की बात कही थी उससे भी उनका हौसला ही बढ़ा था।