Haryana News 24- झज्जर में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की मौत को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। सोमवार को बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ता झज्जर जिला मुख्यालय पर पहुंचे और शहरभर में प्रदर्शन करते हुए सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारियों को सौंपा, जिसमें उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदर्शन का नेतृत्व बसपा के स्थानीय नेताओं ने किया। उन्होंने कहा कि आईपीएस वाई पूरन कुमार की मौत ने पूरे दलित समाज को झकझोर कर रख दिया है। समाज के बीच गहरा आक्रोश और असुरक्षा की भावना व्याप्त है। बसपा नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश में दलित समाज पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, और अब तो अफसरशाही भी निर्दोष अधिकारियों पर दबाव बनाकर अत्याचार की सीमा पार कर रही है।
बसपा नेता बोले दबाव में की आत्महत्या
बसपा नेताओं ने कहा कि वाई पूरन कुमार एक कर्तव्यनिष्ठ, ईमानदार और सख्त अधिकारी के रूप में जाने जाते थे। लेकिन अफसरशाही के दबाव और प्रशासनिक उत्पीड़न ने उन्हें आत्महत्या जैसे कदम के लिए मजबूर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सिर्फ एक आत्महत्या नहीं बल्कि एक “संस्थागत हत्या” है, जिसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने “वाई पूरन कुमार को न्याय दो”, “दलित समाज पर अत्याचार बंद करो”, “सरकार होश में आओ” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारी जुलूस के रूप में शहर की मुख्य सड़कों से होते हुए लघु सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
बसपा कार्यकर्ताओं ने सीबीआई जांच की उठाई मांग
ज्ञापन में बसपा ने राष्ट्रपति से मांग की है कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके। साथ ही, वाई पूरन कुमार के परिवार को न्याय और आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। बसपा नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र न्याय नहीं मिला तो आने वाले दिनों में प्रदेशभर में व्यापक आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता अब “चुप नहीं बैठेंगे” और न्याय मिलने तक सड़कों पर संघर्ष जारी रहेगा।