हरियाणा में 300 करोड़ का घोटाला, फंसे 11 हजार कर्मचारी-अफसर

- सरकारी स्कूलों में 4 लाख फर्जी दाखिले दिखा कर दिया घपला
- CBI ने हजारों मिड-डे मील इंचार्ज, BEO-DEEO, HCS को थमाया नोटिस
Haryana News 24: हरियाणा में साल 2014 से 2016 के बीच हुए करोडों के मिड-डे मील घोटाले के मामले में CBI ने सख्त रूख अपना लिया है। बता दें कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में इस समयावधि में 4 लाख फर्जी एडमिशन दिखा 300 करोड़ रुपए का मिड-डे मील घोटाला किया गया था। अब इस मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि CBI की टीमों ने डेढ़ माह तक नूंह के सरकारी स्कूलों में पुराना रिकॉर्ड खंगाला और पिछले कुछ दिन से पंचकूला, अम्बाला, कैथल, करनाल और कुरुक्षेत्र के स्कूलों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। वहीं मिड-डे मील इंचार्ज व शिक्षकों से भी पूछताछ की जारी है। CBI ने प्रदेश के करीब 11 हजार से ज्यादा मिड-डे मील इंचार्ज, सैकड़ों BEO-DEEO के अलावा 2 HCS अधिकारियों को इस मामले से संबंधित नोटिस भी जारी किया है।
- विजिलेंस जांच में हुआ था बड़ा खुलासाः
हाईकोर्ट के आदेश पर 2017 में विजिलेंस जांच में खुलासा हुआ कि साल 2014 से 2016 के बीच हरियाणा के करीब साढ़े 11 हजार सरकारी स्कूलों में फर्जी दाखिलों के जरिए मिड-डे मील घोटाला किया गया, जिसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर ये मामला साल 2019 में सीबीआई को सौंपा गया था। अब सीबीआई जांच में सामने आया कि 14 जिलों के साढ़े 11 हजार स्कूलों में 4 लाख फर्जी दाखिले दिखाए गए। अम्बाला, करनाल, जींद, पानीपत, कुरुक्षेत्र, कैथल के स्कूलों में 50,687 बच्चों का रिकॉर्ड नहीं मिला। अम्बाला के 16 स्कूल खंगालने पर 6 में रिकॉर्ड नहीं था, तो वहीं कुरुक्षेत्र के 52 में से 17 स्कूलों के बच्चों का रिकॉर्ड गायब मिला। 302 बच्चों का नाम गैर-हाजिर की लिस्ट में दिखाया गया। हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी में जांच के दौरान 5735 बच्चे ड्रॉप आउट दिखाए गए।
- सीबीआई ने इन धाराओं के तहत की एफआईआर दर्जः
हाईकोर्ट के आदेश पर मिड-डे मील घोटाले से जुड़ा मामला CBI को सौंपे जाने के बाद जुलाई 2024 में सीबीआई ने धारा 167, 218, 409, 418, 420, 477-A, 120-B और 13(1C), 13(1D-2), 13(2) व 1988 के तहत 7 नई FIR दर्ज की थी।