कांग्रेस की जाट व दलित वर्ग को ना, ओबीसी से होगा हरियाणा का नया प्रदेश अध्यक्ष?

Haryana News 24: राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि हरियाणा में कांग्रेस जड़ें जमाने के लिए अब हर मुमकिन प्रयास करने में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि जो प्रदेश अध्यक्ष की चैधर अब तक जाट व दलित वर्ग के पास रही है, वो इस बार किसी ओबीसी वर्ग से संबंधित चेहरे के पास जा सकती है। यानि की अब तक जो खेमे चाहे वो भूपेंद्र हुड्डा हो, कुमारी शैलजा हो या फिर रणदीप सुरजेवाला हो, चैधर पाने के लिए हौड़ लगाए बैठे थे, उनके रसूख को ठंडे बस्ते में डालने का काम किया जा सकता है। हालांकि वो बात अलग है कि कांग्रेस के पास हरियाणा में ओबीसी वर्ग से जुड़ा कोई इतना बड़ा चेहरा नहीं है, जो प्रदेश अध्यक्ष बनने के लायक हो। फिर भी हाईकमान के इशारे पर प्रभारी बीके हरिप्रसाद बड़ा ओबीसी चेहरा ढूंढ़ने में जुट चुके हैं, जिसे हरियाणा की कमान सौंपी जा सके। खैर प्रभारी के लिए भी ये कार्य किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। कांग्रेस ये फैसला इसलिए भी ले सकती है क्योंकि ओबीसी वोटबैंक के दम पर हरियाणा में भाजपा तीसरी बार सत्ता प्राप्त करने में कामयाब रही, जो आज तक कोई और दल नहीं कर पाया था। ऐसे में ओबीसी वर्ग के बीजेपी से जुड़ाव, लगाव और झुकाव को देखते हुए कांग्रेस जाट व दलित वर्ग को नजरंदाज कर ओबीसी वर्ग से नया प्रदेश अध्यक्ष चुन सकती है। इस फैसले से हरियाणा कांग्रेस के बड़े चैधरियों का बंटाधार होना तय है, उनको बड़ा झटका लग सकता है। पूरा मामला विस्तार से जानने के लिए नीचे दिए वीडियो पर क्लिक करें…