“पानी पर गंदी राजनीति न करें भगवंत मान!” अगर पंजाब प्यासा रहा तो हम अपने हिस्से का पानी देंगे – नायब सैनी

Haryana News 24 (चंडीगढ़): पंजाब की ओर से हरियाणा को बंद की गई पेयजल की आपूर्ति से प्रदेश में जल संकट गहरा गया है। अभी तक हरियाणा की ओर से मौखिक तोर पर ही इस विवाद को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन अब यह मामला हाईकोर्ट पहुंचने वाला है। हरियाणा सरकार पंजाब सरकार के इस निर्णय के खिलाफ हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करने की तैयारी कर रही है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा जल वितरण के मामले में की जा रही राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह पीने के पानी का विषय है, इस पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। पंजाब तो गुरुओं की भूमि है। भगवंत मान की गुरुओं की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए मानवता के आधार पर पानी नहीं रोकना चाहिए। पंजाब हमारा बड़ा भाई है और उसके द्वारा छोटे भाई हरियाणा का पानी रोकना गलत है।
CM सैनी ने कहा कि यह सिंचाई के पानी की बात नहीं है, यह केवल पेयजल की बात है। हमारी संस्कृति में है और गुरुओं से भी हमने सोखा है कि किसी अनजान व्यक्ति को भी हम पानी पिलाकर उसका स्वागत करते हैं। हमारी संस्कृति ऐसी है कि अगर पंजाब प्यासा रहा है तो हम अपने हिस्से का पानी काटकर भी पंजाब के लोगों को दे देंगे। सैनी ने कहा कि मैं और भगवंत मान साधारण परिवारों से हैं। हम दोनों ही जानते
हैं कि कैसे हमारी माताएं सिर पर मटका रखकर कई-कई किलोमीटर दूर से पानी लाती थीं। इसलिए उन्हें पीने के पानी पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
‘सीएम मान को केजरीवाल की बात नहीं माननी चाहिए’
सैनी ने कहा कि अभी 2 महीने के बाद बरसात शुरू हो जाएगी। उस समय बारिश कर पानी पाकिस्तान चला जाएगा, जो हमारे निहत्थे लोगों को मार रहा है, हम उनको पानी क्यों दें? मैं भगवंत मान से निवेदन करूंगा कि वे किसी की बातों में न आएं और अपने विवेक से काम करें। अपनी राजनीति को चमकाने के लिए दिल्ली चुनाव के दौरान भी आविंद केजरीवाल ने यमुना के पानी में जहर मिलाने की बात कही थी और अब भगवंत मान जो बोल रहे हैं, उसके पीछे भी अरविंद केजरीवाल ही है। AAP को दिल्ली की हार बर्दास्त नहीं हो रही। अब पंजाब में चुनाव आने वाले हैं। ये लोग सोच रहे हैं कि पंजाब में अपनी इज्जत बचा लेंगे लेकिन यहां भी नहीं बचेगी।