कौन हैं रामपाल? जिन्हें PM मोदी ने अपने हाथों से पहनाए जूते, 14 साल से थे नंगे पांव!

Haryana News 24: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को यमुनानगर पहुंचे थे। यहां वह ऐसे पार्टी कार्यकर्ता से मिले जो बीते 14 साल से बिना चप्पल और जूतों के चल रहे थे। पीएम मोदी ने कार्यकर्ता रामपाल कश्यप को अपने हाथों से जूते पहनाए।
डॉ. बीआर अंबेडकर की 135वीं जयंती के मौके पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यमुनानगर में थर्मल पॉवर प्लांट की नई यूनिट का शिलान्यास किया। इस दौरान यमुनानगर में पीएम मोदी का पार्टी कार्यकर्ता के साथ प्यार और स्नेह की एक तस्वीर भी सामने आई है। यहां पीएम मोदी एक पार्टी कार्यकर्ता को अपने हाथ से जूते पहना रहे हैं। इस पर पीएम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा कि यमुनानगर में एक सार्वजनिक सभा के दौरान मेरी मुलाकात कैथल से आए रामपाल कश्यप से हुई। उन्होंने 14 वर्ष पहले एक संकल्प लिया था कि जब तक मैं प्रधानमंत्री नहीं बनता और वे मुझसे मिल नहीं लेते, तब तक वे चप्पल नहीं पहनेंगे। रामपाल जैसे लोगों की भावनाओं से मैं अभिभूत हूं। मैं उनके स्नेह को ससम्मान स्वीकार करता हूं, लेकिन मैं ऐसे सभी साथियों से एक विनम्र अनुरोध करता हूं जो इस तरह के संकल्प लेते हैं आपका प्रेम मेरे लिए अमूल्य है… कृपया अपने संकल्पों को समाजसेवा और राष्ट्र निर्माण से जुड़ी किसी सकारात्मक दिशा में लगाएं!
कौन हैं रामपाल जिन्हें पीएम मोदी ने खुद पहनाए जूते:
बता दें कि रामपाल कश्यप हरियाणा के कैथल जिले के निवासी हैं। 14 साल पहले वर्ष 2011 में उन्होंने एक संकल्प लिया था कि नरेंद्र मोदी जब तक प्रधानमंत्री नहीं बन जाते, केंद्र और हरियाणा में दोनों जगह भाजपा की सरकार नहीं बन जाती और जब तक उनकी पीएम मोदी से मुलाकात नहीं हो जाती, तब तक वह नंगे पैर ही रहेंगे। हालांकि नरेंद्र मोदी 2014 में ही पहली बार प्रधानमंत्री बन गए थे, इसके बाद हरियाणा में भी भाजपा की सरकार बनी, लेकिन रामपाल की पीएम मोदी से कभी भी मुलाकात नहीं हो पाई। इस वजह से रामपाल आज तक नंगे पैर थे। लेकिन आज 14 अप्रैल को उनका यह 14 साल का पीएम से मिलने का वनवास भी खत्म हुआ है।
‘फिर कभी ऐसा मत करना…’
फिर पीएम मोदी उन्हें जूते पहनाते हुए कहते हैं, ‘आज हम तुमको जूता पहना रहे हैं। लेकिन बाद में फिर कभी ऐसा काम नहीं करना…।’ प्रधानमंत्री रामपाल कश्यप के आगे जूते रखते हैं और पहनने में उनकी मदद करते हैं। फिर उनकी पीठ थपथपाते हुए उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। रामपाल हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री का आभार जताते हैं।