Haryana News 24: हरियाणा के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक अहम खबर सामने आ रही है। दरअसल, प्रदेश में अब बिजली उपभोक्ताओं को ज्यादा बिजली का बिल देना पड़ सकता है। प्रदेश में फ्यूल सरचार्ज एडजस्टमेंट को 1 साल तक के लिए बढ़ाए जाने के बाद अब बिजली के बिलों (Bijli Bill) में भी मामूली इजाफा किया जा सकता है।
बिजली शुल्क बढ़ोतरी की मांग:
हरियाणावासियों को बड़ा झटका लग सकता है। बताया जा रहा है कि कल से प्रदेश में बिजली महंगी हो सकती है। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा हरियाणा बिजली विनियामक आयोग से नए वित्तीय वर्ष में बिजली शुल्क में बढ़ोतरी की इजाजत मांगी है। ऐसा 4,520 करोड़ रुपए के घाटे से निपटने के लिए किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार, बिजली टैरिफ में मामूली बढ़ोतरी की इजाजत भी दी जा सकती है। बता दें कि हरियाणा में बिजली की दरें एक अप्रैल से लागू होती हैं। दो साल से बिजली की दरों में बढ़ोतरी नहीं की गई है। अंतिम बार वर्ष 2022-23 में 150 यूनिट तक के लिए 25 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाए गए थे। वर्तमान में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम में 12.37 प्रतिशत और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम का में 9.15 प्रतिशत लाइन लास है।
वर्तमान की बिजली दरें:
वर्तमान में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का 12.37 प्रतिशत और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम का 9.14 प्रतिशत लाइन लॉस है। 200 यूनिट पर ज्यादा भुगतान बताया जा रहा है कि सरकार ने पहले ही एफएसए को वर्ष 2026 तक बढ़ा दिया है। इसके चलते बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल के हिसाब से प्रति यूनिट 47 पैसे ज्यादा एफएसए देना होगा। जबकि 200 यूनिट से ज्यादा बिजली खपत करने पर 94.47 रुपये ज्यादा देने होंगे। इस फैसले की वजह बिजली निगमों पर बढ़ती डिफॉल्टिंग राशि बताई जा रही है।