10 हजार कलाकारों को पछाड़ कला प्रदर्शनी में टॉप 15 में पहुंची भिवानी की सुलेखा! “राष्ट्रपति मुर्मू भी हो गईं फैन”
 
                Haryana News 24: हरियाणा की बेटी सुलेखा कटारिया ने पारिवारिक और आर्थिक सभी तरह की चुनौतियां का सामना किया, लेकिन कहते हैं ना कि ‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती… इन्हीं लाइनों को सुलेखा ने सच कर दिखाया और पेंटिंग के जरिए राष्ट्रपति भवन में जाने का आमंत्रण हासिल किया।
जब भी महिलाओं के संघर्ष की बात आती है तब कई ऐसे नाम हमारे सामने आते हैं जिन्हें हम अक्सर सुनते हैं, लेकिन बहुत से नाम ऐसे भी होते हैं जो गुमनाम रहते हैं और चुपचाप संघर्ष करते हुए अचानक से सामने आ जाते हैं। एक ऐसा ही नाम है सुलेखा कटारिया का जिन्होंने अपना संघर्ष गांव की पगडंडियों से शुरु किया और अपनी सफलता की तालियां राष्ट्रपति भवन तक पहुंचकर बटोरीं।


कॉलेज की फीस भरने के नहीं थे पैसे:
सुलेखा के घर मे 4 भाई-बहन हैं। पिता की इतनी कमाई नहीं कि बिना कर्ज़ लिए सबकी पढ़ाई का खर्च उठा पाएं। सुलेखा ने अपने जीवन में वो दिन भी देखे जब कॉलेज की फीस भरने के लिए पैसे नहीं थे और न ही ऑटो का किराया दे पाना आसान था। लेकिन फिर भी सुलेखा ने आगे बढ़ने की कोशिश जारी रखी।

टॉप 15 पेंटिंग्स में हुई शामिल:
इसके बाद राष्ट्रपति भवन से एक दिन सुलेखा को एक फोन आया ‘आपकी पेंटिंग देश की टॉप 15 पेंटिंग्स में शामिल की गई है और आपको राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया जा रहा है!’ इस कॉल को सुनने के बाद सुलेखा को विश्वास नहीं हुआ और उन्हें लगा कि कहीं ये कोई स्कैम तो नहीं! इसके बाद जब आधिकारिक निमंत्रण आया तब सुलेखा को यकीन हो गया। सुलेखा ने बताया कि राष्ट्रपति भवन जाना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा था। मैं वहां पहुंची तो चारों ओर भव्यता थी, लेकिन मेरे दिल में बीते संघर्षों की स्मृतियां थीं। वहां राष्ट्रपति जी ने मेरी कला की सराहना की। सबसे बड़ी खुशी की बात यह थी कि मेरी पेंटिंग को राष्ट्रपति भवन के एक विशेष हॉल में स्थायी रूप से प्रदर्शित किया गया।

 
                         
                                                          
                                                          
                                                          
                                                          
                                                         