कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा का बड़ा बयान- उड़न खटोले में बैठे है CM नायब सैनी, नीचे उतरने का नहीं ले रहे नाम।

HaryanaNews24- पृथला के गदपुरी में कांग्रेस विधायक़ रघुवीर सिंह तेवतिया द्वारा आयोजित धन्यवाद जनसभा में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने सीएम सैनी पर जमकर हमला बोला। दोनों नेताओं में लोगों को आश्वासन दिया कि वो भाजपा द्वारा जनता से किये गए वायदों को पूरा कराने के लिए मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड़्डा ने राहुल गांधी पर दिये गए सीएम सैनी के बयान का विरोध करते हुए कहा की जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। सीएम के बारे में तो उनके मंत्री अनिल विज भी बयान दे चुके हैं कि ज़ब से सीएम बने हैं, उड़न खटोले में बैठे हैं, नीचे उतरने का नाम नहीं ले रहे हैं। सांसद ने कहा, प्रदेश कि जनता जान चुकी है कि उनकी सरकार उनसे नहीं दिल्ली के रिमोट कंट्रोल से चल रही है
उन्होंने सीएम से मांग करते हुए कहा कि जो वायदे चुनावों में किये गए अब उन वायदों को पूरा किया जाये। प्रदेश सरकार के बने लगभग 6 महीने पूरे हो चुके हैं, लेकिन सरकार विपरीत दिशा में काम कर रही है। दीपेंद्र हुड्डा ने सैनी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि धान की खरीद पर दिया बयान अभी तक पूरा नहीं किया गया। हुड्डा ने कहा, चुनावों के बाद बीपीएल कार्ड काटे जा रहे हैं। HKRN को पक्का करना तो दूर उनका शोषण किया जा रहा है, उनको हटाया जा रहा है। हुड्डा ने कहा कि बजट में अपने वायदों को पूरा करें नहीं तो मजबूत विपक्ष के तौर पर कांग्रेस उन्हें काम करने पर मजबूर करेगी।
सैनी बिस्तरा उठाकर जाने वाले थे- उदयभान
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने भी सीएम सैनी को घेरते हुए कहा की उनकी पत्नी छोटा-सा चुनाव हार चुकी हैं। राहुल गांधी पर उनके बोलने का सवाल ही नहीं बनता। प्रदेश सरकार कर्जे से दबी पड़ी है। किसानों को किये वायदे पूरे नहीं किए गए। महिलाओं को 2100 रुपए नहीं दिये। नायब सैनी गलती अपना बिस्तरा उठाकर जाने वाले थे ईवीएम से गलती से सीएम बने हैं।
तेवतिया ने साधा निशाना
वहीं जनसभा के दौरान पृथला से कांग्रेस विधायक़ रघुवीर तेवतिया ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा की ये EVM की सरकार है, यदि गड़बड़ी नहीं होती तो सीएम भूपेंद्र सिंह हुड़्डा होते। उनके चुनाव में भी गड़बड़ी हुई, लेकिन लास्ट में उनकी भारी मतों से जीत हुई क्योंकि यहां का रिकॉर्ड रहा है कि कभी भाजपा चुनाव नहीं जीती।