इन नेताओं के नाम दौड़ में शामिल:
कुमारी शैलजा हार के बहाने अपने कद को बढ़ाने की कोशिश में है, लेकिन कांग्रेस हाईकमान बीच का रास्ता निकालते हुए किसी तीसरे नेता को ही नेता विपक्ष बनाने का फैसला कर सकता है। पार्टी का एक वर्ग मानता है कि सैलजा और हुड्डा की लड़ाई ने राज्य में जाट बनाम दलित का संदेश दिया और इससे अनुसूचित जाति के वोटर्स BJP की ओर खिसक गए थे।
कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने जिन नेताओं को मीटिंग के लिए दिल्ली बुलाया है। उनमें भुपेंद्र हुड्डा, सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान शामिल हैं। कुछ वरिष्ठ विधायकों और पदाधिकारियों को भी बुलाया गया है। हुड्डा खेमे के विधायक उन्हें ही विपक्ष का नेता बनाने की वकालत कर रहे हैं। यही नहीं, स्टैंड- बाय के तौर पर दो और नाम हुड्डा खेमे ने तैयार रखे हैं, जिनमें अशोक अरोड़ा और गीता भुक्कल का नाम शामिल हैं।