पूर्व सीएम OP चौटाला की रसम पगड़ी, अभय चौटाला को उत्तराधिकारी बताया:
पूर्व सीएम OP चौटाला की रसम पगड़ी, अभय चौटाला को उत्तराधिकारी बताया:
Haryana News 24: सिरसा के तेजाखेड़ा गांव स्थित चौधरी साहब राम स्टेडियम में मंगलवार को चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की श्रद्धांजलि आयोजित हुई। सीएम नायब सैनी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पहुंच गए हैं। प्रशासन ने सिरसा में धारा 163 लगाई है। चौटाला गांव के आसपास 5 किलोमीटर के एरिया में ड्रोन, ग्लाइडर उड़ाने पर रोक लगाई गई है। इसके अलावा पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल और पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पहुंचे हैं।
चौटाला में शोक सभा में बिना अनुमति ड्रोन उड़ाते हुए एक युवाओं को पुलिस ने काबू किया। कार्यक्रम में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल पहुंचे हैं। वहीं, कार्यकर्त्ताओ का आना-जाना भी जारी हैं। आस पास के गावों से बड़ी संख्या में लोग स्टेडियम में पहुंच रहे हैं। महिलाए, बच्चे और बुजुर्ग पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार चौटाला गांव में आज किसी भी घर में चूल्हा नहीं जलाया गया हैं। सभी सपरिवार स्टेडियम पहुंचे हैं।
पंजाब और राजस्थान से नेताओ का आना जारी हैं। बड़ी संख्या में दोनों राज्यों से लोग श्रद्धांजलि देने के लिये आये हैं। मेवात से लेकर पानीपत से आये लोगों ने अपने नेता को याद करते हुए कहा कि ओम प्रकाश चौटाला जैसा नेता नहीं होगा। वह किसान हितेषी थे। किसानों का हमेशा भला सोचते थे।
श्रद्धांजलि सभा के लिए इस स्टेडियम में वाटरप्रूफ पंडाल लगाया गया है। स्टेडियम में एक बार में करीब 10 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। विशेष रूप से वीआईपी पंडाल लगाया गया है। चौटाला को आखिरी श्रद्धांजलि देने के लिए देश और प्रदेश से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचेगे। 10 हजार से ज्यादा आबादी चौटाला गांव की है। ऐसे में पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था की गई है। 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
चौटाला गांव में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में किसान नेता राकेश टिकैत ने चौटाला परिवार की एकजुटता और स्वर्गीय ओम प्रकाश चौटाला की विचारधारा को बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चौटाला परिवार से हमारी पांच पीढ़ियों का संबंध रहा है। देवीलाल से लेकर आज की पीढ़ी तक की राजनीति देखी है। चौटाला साहब की विचारधारा हमेशा जनसेवा और ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़ी रही। वे चंडीगढ़ जाने के बजाय गांव के बीच से निकलना पसंद करते थे।टिकैत ने कहा कि आज की पीढ़ी को चौटाला साहब की विचारधारा को बनाए रखना चाहिए, क्योंकि ऐसे विचार दुर्लभ होते जा रहे हैं। उन्होंने परिवार में एकता पर जोर देते हुए कहा कि परिवार बंटेगा तो देश और प्रदेश को नुकसान होगा। हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि परिवार एकजुट रहे।