ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर चलेगा AI का डंडा! करना होगा सभी नियमों का पालन।
Haryananews24- दिल्ली सरकार ने यातायात उल्लंघनों का पता लगाने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एआई आधारित सिस्टम लागू करने की प्रक्रिया शुरू की है। इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शहर में 500 प्रमुख जगहों पर एएनपीआर टेक्नॉलजी लगाएगी। यह सिस्टम स्पीड, रेड लाइट जंप, सीट-बेल्ट और हेलमेट यूज सहित कई यातायात नियमों का वास्तविक समय पर निगरानी करेगी।
यातायात नियम तोड़ने वालों की अब खैर नहीं है। जी हां, अब तो जो लोग बचते आ रहे थे, वे अब हेलमेट ना लगाने पर या सीट बेल्ट ना पहनने के साथ ही रेड लाइट जंप करने या अन्य ट्रैफिक रूल्स तोड़ेंगे, वे अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की नजर से बच नहीं पाएंगे। दिल्ली सरकार ने यातायात उल्लंघनों का प्रभावी रूप से पता लगाने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एआई बेस्ड सिस्टम लागू करने की प्रक्रिया शुरू की है।
टेंडर जारी
दिल्ली सरकार के अधिकारियों का कहना है कि आम आदमी पार्टी सरकार ने सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग टेक्नॉलजी की मदद से ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचान (एएनपीआर) उल्लंघन का पता लगाने के लिए इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) के लिए टेंडर जारी की है। आईटीएमएस शहर में करीब 500 अहम जगहों पर एएनपीआर टेक्नॉलजी लगाएगी और फिर बाद में जरूरत पड़ने पर उसका विस्तार किया जाएगा।
यातायात नियम उल्लंघन करने वालों पर कसेगा शिकंजा
सरकार के अधिकारियों का कहना है कि यह सिस्टम वास्तविक समय में यातायात उल्लंघनों की निगरानी करेगी और डेटा का विश्लेषण करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की मदद लेगी, जिससे ट्रैफिक मैनेंजमेंट के लिए कार्रवाई योग्य इनपुट तैयार होंगे। परिवहन विभाग के अधिकारी का कहना है कि सड़क सुरक्षा हमारे लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है। इस इंटेलिजेंट सिस्टम को लागू करने के साथ हमारा लक्ष्य यातायात उल्लंघनों और इसकी वजह से शहर में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाना है।
किन-किन जुर्म का पता लगाएगी एआई?
दिल्ली सरकार के सीनियर अधिकारी का कहना है कि इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के मुख्य उपयोगों में विभिन्न यातायात उल्लंघनों का वास्तविक समय पर पता लगाना शामिल है। यह व्यवस्था स्पीड वायोलेशन, रेड लाइट उल्लंघन और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले वाहन चालकों की पहचान करने में सक्षम है। इसके अलावा यह सीट-बेल्ट और हेलमेट के उपयोग जैसे सुरक्षा नियमों के अनुपालन की निगरानी करेगी और क्षमता से ज्यादा सामान लादकर चलने वाले वाहनों का पता लगाएगी।