हरियाणा के किसानों की कर दी बल्ले बल्ले, सरकार देगी प्रति एकड़ 4000 रु!
हरियाणा के किसानों की कर दी बल्ले बल्ले, सरकार देगी प्रति एकड़ 4000 रु!
जिन किसानों ने इस तकनीक से खेती की है, उन्हें यह रकम पाने के लिए 18 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद सरकार उसका वेरिफिकेशन करवाएगी। अगर अपने धान की खेती में (DSR) तकनीक को अपनाया है, तो आपको 4 हजार रूपए प्रति एकड़ की दर से राशि सीधे बैंक खाते में पहुंच जाएगी।
इसका फायदा उन किसानों को मिलेगा जो धान की सीधी बिजाई का तरीका अपनाएंगे। जिन किसानों ने इस तकनीक से खेती की है, उन्हें यह रकम पाने के लिए 18 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। हरियाणा में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा धान की सीधी बिजाई हेतु ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर किसानों का पंजीकरण करवाया गया था। इस विधि द्वारा धान की बिजाई करने पर लगभग 20 प्रतिशत पानी की बचत होती है तथा धान की सीधी बिजाई करने पर 4000 रुपये प्रति एकड़ की सहायता राशि सीधे किसानों के खातों में दी जाती है।
जिन किसानों ने धान की सीधी बिजाई की थी लेकिन अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए थे। उनके लिए हरियाणा सरकार ने ‘Meri Fasal Mera Byora’ पोर्टल दोबारा खोलने का फैसला लिया है। किसान फायदा उठाने के लिए fasal.haryana.gov.in पर पंजीकरण करें। यह पोर्टल 11 अगस्त से 18 अगस्त 2024 तक खुला रहेगा। जिन किसानों ने धान की सीधी बिजाई कर रखी है, परंतु अपना पंजीकरण नहीं करवा पाए थे, वे अब अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।
DSR धान की रोपाई की एक ऐसी तकनीक है, जिसमें मशीनों के माध्यम से धान को सीधे मिट्टी में लगाया जाता है। इस तकनीक में किसानों को पहले नर्सरी में पौधों को उगाने की और फिर उसे खेत में रोपाई करने की जरूरत नहीं होती है। इस तकनीक से काफी मात्रा में पानी की बचत होती है।