हरियाणा कांग्रेस में चुनाव से पहले CM कुर्सी की लड़ाई, हुड्डा और शैलजा ने पकड़ी अलग-अलग राहें!
हरियाणा कांग्रेस में चुनाव से पहले CM कुर्सी की लड़ाई, हुड्डा और शैलजा ने पकड़ी अलग-अलग राहें!
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए चंद माह का वक्त बचा है। लेकिन प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी जारी है। कांग्रेस धड़ों की तरफ से जारी बयानों की वजह से जहां गुटबाजी साफ नजर आती है। वहीं, अब पदयात्रा से भी यह जगजाहिर हो रहा है कि प्रदेश के नेताओं ने अलग अलग राहें पकड़ी हैं।
दरअसल, हरियाणा में मौजूदा समय में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे सासंद दीपेंद्र हुड्डा हरियाणा मागें हिसाब न्याययात्रा निकाल रहे हैं। हालांकि, इस यात्रा से कुमारी शैलजा और सुरजेवाला गुट ने दूरी बना रखी है। वहीं, अब कुमारी शैलजा अलग से पदयात्रा निकालेंगी। कुमारी शैलजा 27 जुलाई को अंबाला से इस यात्रा की शुरुआत करेंगे और ऐसे में अब साफ है कि दोनों गुट एक दूसरे से पीछे रहने मूड में नहीं हैं।
हरियाणा में एक गुट भपेंद्र सिंह हुड्डा का है, जबकि दूसरा गुट कुमारी शैलजा, सुरजेवाला और किरण चौधी का था। हालांकि, अब किरण चौधरी कांग्रेस को अलविदा कह चुकी हैं, जबकि शैलजा और सुरजेवाला एकसाथ हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा कांग्रेस के चार सासंदों ने दो से तीन बाद मीटिंग में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ मंच सांझा किया, लेकिन सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने मीटिंग से दूरी बनाई रखी।
कुमारी शैलजा ने खुलकर अपनी राय रखी और भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाना साधा। हुड्डा के पार्टी को कमजोर की कोशिश के सवाल पर सैलजा ने कहा कि ”जो है वह सबको दिख रहा है। वह इंचार्ज हैं और इनका काम करने का अपना तरीका है। शैलजा ने कहा कि सब कुछ सबके सामने हैं। इससे पहले, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस ने दीपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए पदयात्रा की घोषणा की थी और इस पर शैलजा ने कहा था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। बता दें कि यात्रा में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व सीएम भी नजर आए थे।