हरियाणा में आयु्ष्मान कार्ड से इलाज बंद, सरकार की ढील बनी मरीजों के लिए आफत!

हरियाणा में आयु्ष्मान कार्ड से इलाज बंद, सरकार की ढील बनी मरीजों के लिए आफत!
हरियाणा के सभी प्राइवेट अस्पतालों ने 5 जुलाई तक आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज करने से इनकार कर दिया है। ये फैसला प्राइवेट अस्पतालों को सरकार की तरफ से भुगतान नहीं किए जाने की वजह से किया गया है।
हरियाणा में आयुष्मान भारत कार्ड से मरीजों का इलाज बंद हो गया है। जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी को लेकर कांग्रेस नेता भाजपा सरकार पर हमलावर हैं। मरीजों की समस्या को लेकर विधानसभा में उप नेता व विधायक आफताब अहमद ने आयुष्मान योजना को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट की है। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा ने साफ कहा है कि सरकार की अनदेखी की वजह से जो उनको समस्याएं थी। प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान योजना के तहत गरीबों का इलाज करने की। जिस पर सरकार ने सही कदम नहीं उठाया और सही व्यवस्था कायम नहीं की इस वजह से 1 जुलाई से प्राइवेट अस्पतालों में गरीबों का इलाज नहीं किया जाएगा। जिस पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है।
पूर्व मंत्री व नूंह विधायक ने कहा कि इससे प्रदेश के गरीबों को लेकर स्वास्थ्य सेवाओं का जितना झूठ का डिंडोरा पीटते थे। देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्मंत्री यह इसका जीता जागता उदाहरण हैं। किस तरह से इनकी पोल खुल चुकी है। उन्होंने कहा कि झूठ बोलकर लोगों को बहकाने का काम करते हैं। सरकार इस पर गंभीर होती तो इस योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों को इलाज बंद नहीं होता और समय रहते इसका हल निकाल कर गरीबों का इलाज करने की सुविधा प्रदान करते। आफताब अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार का सिर्फ एक ही काम है, झूठ बोलकर अपना काम निकालना और बाद में जनता को धक्के खाने देना।
नूंह विधायक आफताब अहमद ने आयुष्मान योजना को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे महत्वपूर्ण आयुष्मान योजना के तहत इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा ने मरीजों के इलाज करने से इनकार कर दिया है। इसे लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा ने ट्वीट किया है। इसके साथ उन्होंने सरकार को एक नोटिस भी जारी कर दिया है। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हरियाणा ने साफ कहा है कि सरकार की अनदेखी की वजह से उन्हें परेशानी हुई है। गरीबों के प्राइवेट अस्पताल में इलाज को लेकर सरकार को जो उचित कदम उठाने चाहिए थे, जो सरकार ने नहीं उठाए। इस वजह से 1 जुलाई से प्राइवेट अस्पतालों में गरीबों का इलाज नहीं किया जाएगा। इस पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है।