अयोध्या में बना राम मंदिर, पहरावर में बनेगा भगवान परशुराम मंदिर। जयहिंद के साथ परदेशभर से हजारों की संख्या में पहुंचें युवा!
नवीन जयहिंद ने कहा कि देश में अयोध्या में राम मंदिर में श्रीराम की सबसे बड़ी मूर्ति लगाई गई हैं और पहरावर में 121 फीट भगवान परशुराम मंदिर मूर्ति निर्माण की नींव रखी जाएगी।
रोहतक: रविवार को रोहतक का तापमान शरीर को जला देने वाला था लेकिन इन गर्म लुओं का असर पहरावर में भगवन परशुराम जन्मोत्सव में पहुचें युवाओं -बुजुर्गों और महिलों पर न के बराबर था | जन्मोत्सव शुरू होने से लेकर आखिरी तक जोश और जूनून देखते ही बन रहा था | पुरे पंडाल में फरसे लहराये जा रहे थे और नजारा देखते ही बन रहा था | भगवन भोलेनाथ और परशुराम के जयकारे लगाये जा रहे थे |
इस मौके पर जन सभा को संबोधित करते हुए जयहिंद ने कहा कि मौसम गर्म है और यहाँ पहुंचे लोग उससे भी ज्यादा गर्म है | ठन्डे लोग नहीं चाहिए | अगर ठन्डे पड़ जाते तो ये जमीन कभी समाज को नहीं मिल पाती | आज इस जमीन पर खड़े हो कर भगवान भोलेनाथ और परशुराम की जय नहीं बोल रहे होते | परशुराम का असली चेला वही है जिसने मान -सम्मान और स्वाभिमान के लिए फरसा तक उठा लिया | महिला के सम्मान के लिए, गरीबों की हक़ की लड़ाई के लिए और समाज की आवाज उठाने के लिए फरसा उठाना एक योद्धा का धर्म होता है | अगर हक़ की आवाज नहीं उठा सकते तो किसी भी भगवान् के भक्त नहीं हो सकते | आज यहाँ पहुचा हर युवा -बुजुर्ग , महिला किसी रैली के लिए नहीं आये है बल्कि भगवान भोलेनाथ और परशुराम के दरबार में हाजरी लगाने आये है |
जयहिंद ने वही फरसा लहराते हुए कहा कि इसी फरसे के दम पर 36 बिरादरी के भाईचारे ने पहरावर की जमीन की लड़ाई लड़ी, बुजुर्गों की पेंशन बनवाई, पीपीपी में हुई गड़बड़ी ठीक करवाई, बेरोजगारों की बारात निकली, पानी की समस्या को उठाया | फरसा केवल ब्राह्मणों का नहीं है जो जनता की आवाज उठा सकते , शासन -प्रशासन से लड़ सके 36 बिरादरी के योद्धा है वो | जिन्होंने उनकी इस लड़ाई में साथ दिया एक मिनट या एक रुपया का भी सहयोग दिया उनका वे जिन्दगी भर आभारी रहेंगे | सभी देवी -देवतों और इसी भाईचारे के दम पर ही उन्होंने आज तक जनता की लड़ाई लड़ी और इनका साथ रहा तो आगे भी लड़ते रहेंगे |
जयहिंद ने वही जब 121 फीट देश की सबसे ऊँची मंदिर मूर्ति निर्माण की बात कहि तो पंडाल में मोजूद सभी लोगों ने जोश में भरकर हामी भरी और तन -मन -धन से साथ देने की बात कही | वही जब मंच से जयहिंद नीचे आये तो युवाओं ने उन्हें अपने कन्धों पर उठा लिया और नाचने लगे | युवाओं के इस प्यार और सद्भावना को देख जयहिंद गदगद हो गये |
वही कार्यक्रम में देशी घी के भंडारे का आयोजन किया गया, लोगों ने गुलदाना , सब्जी-पूरी,रायता का प्रसाद छक कर लिया|
पूरे पंडाल में लहरा रहे फरसों का नजारा रोंगटे खड़ा कर देने वाला
जयहिंद बीमार होते हुए भी जन्मोत्सव में पहुंच कर दिया जोशीला भाषण, साथ ही नवीन जयहिंद को युवाओं ने अपने कंधो पर बैठा लिया और तो और 36 बिरादरी के लोगों ने पुरे प्रदेश भर से भगवान परशुराम जन्मोत्सव में हिस्सा लिया | 121 फीट भगवन परशुराम मंदिर मूर्ति निर्माण में 36 बिरादरी देगी जयहिंद का तन -मन -धन से साथ|
जयहिंद ने कहा: न्याय के लिए और गरीब की आवाज उठाने के लिए फरसा उठाना धर्म है और महिला सम्मान में फरसा उठाना बताया एक योद्धा का धर्म। वही जयहिंद ने कहा कि वे पहरावर धाम की मिट्टी को हिमाचल प्रदेश माता रेणुका धाम लेकर जाएंगे और माता से आशीर्वाद लेंगे । उसके बाद हो आगे की कार्यनीति पर फैसला माता रेणुका और भगवान परशुराम जी के आशीर्वाद के बाद हो लेंगे ।