7 फेरों के बाद टूटी शादी, दूल्हे ने मांगी फॉर्च्यूनर
हरियाणा के नारनौल के गांव निज़ामपुर में एक युवक ने सात फेरे लेने के बाद दुल्हन को साथ ले जाने से मना कर दिया। युवती के परिजनों का आरोप है कि दुल्हे की तरफ से फेरे लेने के बाद फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग की गई। उधर, दुल्हे पक्ष का कहना है कि हमने फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग नहीं की है।
बताया जा रहा है कि सात फेरों के बाद दुल्हा और दुल्हन के बीच किसी बात को लेकर अनबन हुई थी। जिसके बाद बात इतनी बढ़ गई कि युवक ने युवती को साथ ले जाने से मना कर दिया, वहीं लड़की ने भी विदा होने से मना कर दिया। मामला तूल पकड़ने पर पंचायत और पुलिस ने हस्तक्षेप किया, जिसके बाद दोनों पक्षों में सहमति हुई की शादी नहीं होगी। वहीं लड़का पक्ष की तरफ से 45 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा। इसके साथ जुर्माने के तौर पर 11 लाख रुपये गोशाला को दान करने होंगे।
बता दे कि 23 फरवरी को लग्न में लड़की पक्ष की तरफ से 15.51 लाख रुपये नकदी सहित सोने चांदी के आभूषण और अन्य सामान दिया गया था। जिसके बाद 24 फरवरी को गांव में बरात आई थी।
रेवाड़ी जिले के लाला गांव से आई थी बारात
रेवाड़ी जिले के गांव से शनिवार को निज़ामपुर गांव में बारात आई थी। बारात भी गांव पहुंच गई थी और फेरे भी हो गए थे। लेकिन सभी रस्म होने के बाद दुल्हा और दुल्हन के बीच खाना खाते समय झगड़ा हो गया।
दूल्हा बोला, गुस्से में कहा
इस बारे में जब लड़की पक्ष ने दूल्हे से बात की तो उसने कहा कि उसने जो भी कहा, गुस्से में कह दिया। उसने केवल इतना कहा था कि यदि उसके पिता को कुछ हो जाए तो क्या वह उनकी सेवा और घर में बंधे पशुओं का कार्य करेगी। लड़की ने जब इनकार कर दिया तो उसने आवेश में आकर ऐसा बोल दिया था। इधर, दुल्हन ने कहा कि खाना खाते समय मणि ने उससे पूछा उसने कितनी पढ़ाई की है। उसने कहा कि वह तो इंग्लिश मीडियम से पढ़ा और वह उससे कम पढ़ी-लिखी है। वह ये शादी नहीं करेगा।
युवक के पिता ने फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग से किया मना
युवक के पिता ने कहा कि रुपये की मांग नहीं थी और न ही फॉर्च्यूनर गाड़ी लेने की बात कही। लड़के व लड़की की पशुओं को लेकर कोई बात हुई है। युवक के पिता ने कहा समाज जो सजा देगा, वह उन्हें मंजूर है।