कैंसर (चौथी स्टेज) का रामबाण इलाज,सुर्खियों में आया पानीपत का यह हॉस्पिटल…
पानीपत का पहला ऐसा अरोरा ट्रामा सेंटर जो करता है चौथी स्टेज कैंसर रोगियों का अच्छा और सच्चा इलाज। यह हॉस्पिटल एक ऐेसा हॉस्पिटल है जहां कैंसर के साथ-साथ हार्ट, पाइल्स और पैरालाइज व हर प्रकार की बिमारियों का भी इलाज करते हैं। इस हॉस्पिटल में ऐलोपैथी दवाईयों के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाइयों को भी प्रयोग में लेते हैं। यहां पर जो भी रोगी दुखी होकर आते हैं वो यहां से खुश होकर ही जाते हैं। इस ट्रामा सेंटर में चौबिस घंटे सेवा उपलब्ध रहती हैं ताकि दुर-दराज से आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे।
डा. कंवर मलिक का कहना है कि कैंसर एक बेहद खतरनाक बीमारी है, शरीर में इस बीमारी का पता लगने पर लोग बहुत डर जाते हैं लेकिन हमें इससे तब तक नहीं डरना चाहिए तब तक यह हमारे शरीर को नुकसान न पहुंचाने लगे। मरीजों को कैंसर से डरने की बजाय इसके ज्ञान को लेकर जागरूक रहना ज्यादा जरूरी है। इस बिमारी पर हम आयुर्वेदिक और ऐलोपैथी दोनों तरीकों से काबू पा सकते हंै। कैंसर से बचने के लिए हमें बीमारी के मूल कारण का पता लगाना जरूरी है। उन्होंने बताया की जब भी लोगों को कैंसर नामक बीमारी होती है तो सबसे पहले उनके जेहन में यही बात आती है कि आखिर यह मेरे साथ ही क्यों हुआ जबकि ऐसी बीमारी में हमें अपने दिमाग को चेंज करने जरूरत होती है जैसे कि आराम, तनाव, खान-पान और अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने से बीमारी को बढने से कुछ हद तक रोका जा सकता है।
कैंसर लाईलाज बीमारी नहीं है। कैंसर का 99 प्रतिशत उपचार संभव है, भले ही मरीज चौथी स्टेज पर भी क्यों न हो। कंवर मलिक ने कैंसर रोग को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि इस रोग के सात लक्षण है। हालांकि कैंसर का सही पता जांच के बाद ही चल सकता है। प्रत्येक व्यक्ति को 50 साल और महिलाओं को 35 साल की उम्र के बाद रेगुलर जांच करवाते रहना चाहिए ताकि उन्हें किसी प्रकार की कोई बिमारी तो नहीं है। कैंसर की पहचान के लिए क्या लक्षण हैं, क्या उपाय है और क्या उपचार है, इस विषय पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी और बताया की कैसे हम इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं और कैसे इस बीमारी से अन्य लोगों को भी राहत दिला सकते हैं।
कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचने के लिए इसका इलाज पहले चरण में ही कराना बेहतर होता है लेकिन कैंसर के ज्यादातर मामलों में इसका खुलासा तब होता है, जब यह अपनी प्रारंभिक अवस्था से आगे बढ़ चुका होता है। कैंसर बहुत ही तकलीफदेह होता है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि चौथी स्टेज पर आने के बाद भी कैंसर का इलाज संभव है।