कैंसर के हजारों मरीजों को आयुर्वेद से दिया नया जीवन, बड़े-बड़े अस्पताल हैरान?
Haryana News 24: कर्क रोग (कैंसर आदि…) जो आज के दिन भस्मासूर बना हुआ है। ये एक ऐसी बीमारी है जिसका नाम सुनने मात्र से ही रोगियों के हाथ-पांव फूल जाते हैं। हालांकि फाइव स्टार होटलों जैसे बड़े-बड़े अस्पताल भी जब कर्क रोग से पीड़ित रोगी का ईलाज करने में हाथ खड़े कर देते हैं, तब याद आता है आयुर्वेद। सबको मालूम है कि आयुर्वेद में कर्क रोग की चिकित्सा संभव है लेकिन इसपर भरोसा कोई नहीं करना चाहता। हालांकि हरियाणा प्रदेश के चरखी दादरी जिला के गांव बधवाना स्थित मानव सेवा संस्थान इस बात को सार्थक सिद्ध करने में जुटा है। इस संस्थान के संचालक वैद्य शिवप्रकाश का कहना है कि वे आयुर्वेदिक तरीकों से लास्ट स्टेज रोगियों तक को ठीक करने का दम रखते हैं, लेकिन शर्त ये है कि रोगियों को उनकी औषधियों का सेवन समयानुसार व परहेज के साथ करना होगा। संचालक का कहना है कि वो ज्यादातर ऐसे कर्क रोगियों का उपचार करके नया जीवन दे रहे हैं जिनको दूसरों अस्पतालों से जवाब मिल चुका है कि आप नहीं बचेंगे। अब सवाल है कि आखिर ये संभव कैसे हो पा रहा है? कैसे आखिरी स्टेज के गंभीर रोगी, जिनके पास कुछ ही दिनों का समय बचा होता है वो ठीक हो रहे हैं? जानने के लिए नीचे दिए वीडियो पर क्लिक कर सुने पूरा इंटरव्यू….
- नोट: इस लेख और शीर्षक में किए गए दावे संस्थान के संचालक के अनुभव पर आधारित हैं। हम पाठकों को सलाह देते हैं कि उपचार को शुरू करने से पहले परामर्श अवश्य लें।
