हिसार की महिला डॉक्टर ने किया कमाल, साईकिल चलाकर दी थायरॉइड कैंसर को मात!
Haryana News 24- हिसार अर्बन एस्टेट निवासी व जिंदल अस्पताल में कार्यरत 53 वर्षीय डॉ. रीतू जसूजा साईकिलिंग करती है। वे अस्पताल आने जाने के लिए भी साईकिल का ही प्रयोग करती है। यहीं नहीं साईकिल चलाकर फिटनेस बनाकर थायरॉइड कैंसर को भी मात दे चुकी है। रीतू जसूजा ने बताया कि उसकी मां राज चोपड़ा यूपी स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी है।
उनसे प्रेरित होकर वे भी फिटनेस के प्रति जागरूक हुई, लेकिन सामान्य तरीके से चल रही जिंदगी में उस समय अचानक झटका लगा, जब वर्ष 2017 में बीमार हुई। उस समय सिटी स्कैन करवाया तो पता लगा कि उन्हें थायरॉइड कैंसर है। कैंसर का पता लगने पर जिंदगी थम सी गई। हालांकि, उस दौरान पति व परिवार के अन्य लोगों ने हिम्मत दी। इसके बाद कैंसर का उपचार शुरू करवाया। उपचार के दौरान ऑपरेशन करवाया तो उससे शरीर में कैल्शियम की कमी हो गई।

ऐसे में अचानक अस्पताल में दाखिल भी होना पड़ा। लगा कि अब आगे जिंदगी में कुछ नहीं बचा है। तब छह महीने तक बहुत तनाव में रही। परिवार के लोगों ने हिम्मत दी तो धीरे-धीरे फिटनेस पर ध्यान देना शुरू किया और साईकिलिंग शुरू की। सुबह शाम घर के आसपास साईकिलिंग शुरू की, धीरे-धीरे लगातार फिटनेस दुरूस्त हुई। जिससे जिंदगी सामान्य होने लगी। इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। अब कैंसर से पूरी तरह ठीक हो चुकी हैं, लेकिन साईकिलिंग अभी भी चालू है।
रीतू जसूजा ने बताया कि वे जिंदल अस्पताल में एनेस्थीसिया की डॉक्टर है। उनके पति देवेंद्र जसूजा भी निजी स्किन सेंटर चलाते है। वहीं, घर के सारे काम भी खुद करती हूं। बागवानी भी करती है। बताया कि उनसे प्रेरित होकर उसका बेटा रोहन और काव्या भी साईकिलिंग करते है।
साथ ही दौड़ भी लगाते है। रीतू ने बताया कि उन्होंने खुद 21 किलोमीटर की दौड़ पूरी की हुई है। वहीं, उनके पति देवेंद्र जसूजा ने 50 किलोमीटर मैराथन दौड़ सात घंटे 23 मिनट में पूरी की थी। इसके लिए उन्हें मेडल और सर्टिफिकेट भी मिले थे।