हरियाणा को 58 साल बाद मिलेगा अपना राज्य गीत, दिखेगी सांस्कृतिक झलक!

हरियाणा राज्य गठन के 58 साल बाद प्रदेश वासियों को राज्य गीत मिलने जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण की अध्यक्षता में विधायक लक्ष्मण यादव के नेतृत्व वाली कमेटी ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। जिसे विधानसभा के बजट सत्र के दाैरान सदन में रखा जाएगा। हरियाणा के राज्य गीत के चयन के लिए विधानसभा की कमेटी का गठन किया गया था, जिसका कार्य लगभग पूरा हो चुका है। यह राज्य गीत प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाएगा। इसके बोल और संगीत काफी प्रभावशाली हैं।
कमेटी सौपेगी रिपोर्ट:
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जल्दी ही समिति इस विषय में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। ऐसे माना जा रहा है कि आगामी बजट सत्र में इसकी घोषणा भी की जा सकती है। विधानसभा अध्यक्ष जानकारी दी कि विधानसभा कमेटी के सदस्यों अधिकारियों और कलाकारों ने इसमें काफी मेहनत की है। इस गीत के भाव और भाषा- सौंदर्य काफी अनुपम है। गीत की विषय वस्तु में प्रदेश का गौरवशाली इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और भौगोलिक संरचना की झलक देखने को मिलेगी।
प्रदेश के राज्य गीत में यहाँ की उत्सवधर्मी संस्कृति और लोगों की सादगी जैसी विशेषताओं को उजागर करने की कोशिश की गई है। इसमें लोगों के बीच आपसी भाईचारा, शिक्षा और व्यापार का भी वर्णन किया गया है। यहाँ के लोगों के सादे जीवन को इस गीत के जरिए काव्यबद्ध किया गया है। गीत में प्रदेश का गौरव बढ़ाते हुए किसानों, वीर सैनिकों और खिलाड़ियों के योगदान को भी विशेष रूप से उल्लेखित किया गया है।