बिना मां-बाप की 6 बेटियों का आशियाना जलकर राख, महम वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद सिंह दांगी ने दिखाई दरियादिली।
हरियाणा के रोहतक के गांव मदीना में रात को एक मकान जलकर पूरी तरह से राख हो गया। इस घटना में मां-बाप के साए से महरूम 6 बेटियों का आशियाना जलकर खाक हो गया। आगजनी की घटना उस समय हुई, जब बहनें अपने मामा के घर नौलथा जिला पानीपत शादी में गई हुई थीं।
गांव मदीना निवासी अनू ने बताया कि वे 6 बहने हैं। उनकी मां शकुंतला और पिता कर्मबीर की करीब एक साल पहले ही मौत हो चुकी है। वहीं बड़ी बहन मंजू और अंजू की शादी हो रखी है। अब वे चार बहनें (अनू, संजू, इंदू, अमृता) अकेले ही इस घर में रहती हैं। गुरुवार को चारों बहने शादी समारोह में शामिल होने के लिए गई हुई थी।
- फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने बुझाई आग
उसी दौरान पड़ोसियों के पास उनका फोन आया कि मकान में आग लग गई है। पड़ोसियों ने ही आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग तेज होने के कारण सफल नहीं हो पाए। जिसके बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलाया गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर काफी मशक्कत के बाद काबू पाया, लेकिन तब तक सारा सामान जलकर राख हो गया।
- आग से मकान की छत गिरी
आगजनी के कारण मकान की छत भी गिर गई। जिसके बाद अंदर जाने में भी डर लग रहा है कि कहीं कोई वारदात न हो जाए। वहीं मकान में रखा सारा सामान जलकर खाक हो चुका है। इस हादसे के बाद मौके पर ग्रामीण भी एकत्रित हो गए और उन्होंने चारों बहनों को संभालते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
- मौके पर पहुंचे पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता दांगी
घटना की सूचना मिलते ही महम के पूर्व विधायक व वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद सिंह दांगी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने चारों बहनों की एक लाख रूपये की सहायता की व इसके साथ ही भविष्य में हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया है।।
- दस्तावेज और पुस्तकें भी जली
बता दें कि 6 बहनों में से मंजू व अंजू की शादी हो चुकी है। वहीं अनू व संजू बीए द्वितीय वर्ष में है। इंदू 12वीं कक्षा में तथा अमृता 7वीं कक्षा में पढ़ती है। आगजनी के कारण उनके दस्तावेज व सभी पुस्तकें भी जलकर राख हो गई। इंदू ने कहा कि उसको पढ़ाई के लिए मिला टैबलेट भी आग की भेंट चढ़ गया साथ ही उनके माता-पिता ने अपनी बेटियों की शादी के लिए जो थोड़े बहुत कपड़े, गहने, बर्तन जुटाए थे, वो भी जलकर राख हो गए। अब लड़कियों के पास शरीर पर पहने कपड़ों के अलावा कुछ भी नहीं बचा, सबकुछ आग की भेंट चढ़ गया।