हरियाणा के छोरे ने की साइकिल यात्रा, 10 देशों में किया साइकिल से भ्रमण।
सोनिका सिंधु, हरियाणा न्यूज 24
जब आदमी किसी जज्बे को ठान लेता है तो वह उसे पूरा करके ही छोड़ता है। पर्यावरण संरक्षण को लेकर ऐसा ही जज्बा दिखाया है हरियाणा के इस युवा ने।
दरअसल हम बात कर रहे हैं महेंद्रगढ़ जिले के खंड कनीना के निवासी कर्मवीर ढील्लों की जिसने अकेले ही कश्मीर से कन्याकुमारी की जो की लगभग 2 महीनों में उन्होंने तय की और हरियाणा से नेपाल की यात्रा पूरी की है। आपको बता दे कर्मवीर ने आठ नंबर जम्मू पोस्ट ऑफिस से यात्रा शुरू की थी, पूरी यात्रा करीब 4500 किलोमीटर से अधिक की है।उन्होंने अपनी यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताया है।
एक और लाजवाब बात उनकी यात्रा की है कि उन्होंने 800- 900 पेड़ लगाकर अपनी यात्रा की शुरुआत की थी। वो देश के युवाओं को पर्यावरण के महत्व के बारे में बताना और हम सब जानते हैं की आज के समय में बच्चे हो या बड़े सभी अपने फोन में व्यस्त रहते हैं यदि फोन के सदुपयोग हैं तो वहीं दुरुपयोग भी हैं, आज युवाओं को केवल पैसों की कीमत का पता है एक तरह से लोगों की आंखों पर पैसे कमाने की पटी बंधी हुई है । कर्मवीर ढील्लों का कहना है की इंसान को खुद के लिए भी थोड़ा समय निकालना चाहिए और अन्य लोगों को भी स्वास्थ्य हेतु जागरूक करना चाहिए। जिससे देश की उन्नति होगी।
कर्मवीर ने बताया कि अभी सरकार का उनकी यात्रा के लिए कोई सहयोग नहीं है, और वो एक ऐसी कंपनी की तलाश में हैं जो उनकी 10 देशों की यात्रा करने का लक्ष्य है। उसमें उनका सहयोग करे और यात्रा में सहायता मिले।
उनको सरकार से कोई उम्मीद नहीं है, वो चाहते हैं कि सरकार ज्यादा कुछ न करके केवल विदेश में जाने के लिए सरकार से वीज़ा के लिए थोड़ी सुविधा मिल जाए वही काफी है।
फिलहाल कर्मवीर अकेले ही अपनी यात्रा तय कर रहें हैं, उन्होंने कहा है कि कोई भी मेरे साथ मेरी यात्रा में कहीं से भी शामिल हो सकता है। उनकी यात्रा में लगभग 5 से 6 लाख का खर्च आएगा ।
कुछ भी करने के लिए इंसान में जज्बा,जुनून होना चाहिए जो की हमें कर्मवीर में देखने को मिला। जो की 30 साल का है और अविवाहित है। और उनका कहना है कि वो शादी करना ही नहीं चाहते। उनका केवल एक ही उद्देश्य है देश के युवाओं को उनके स्वास्थ्य व पर्यावरण को बचाकर रखने के लिए प्रेरित करना, और ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़कर अपनी पुरानी संस्कृति को जिंदा रखना ।