पत्रकार प्रिंस लाम्बा ने गौशाला में सवामणी लगा मनाया 20वां जन्मदिन
- घायल-जख्मी गौवंश की सेवा से बड़ी नहीं कोई सेवा: प्रिंस लाम्बा
- बाहरी आडंबर त्याग जीना चाहिए सादगी भरा जीवन: मुन्ना लाम्बा
गौशाला में सवामणी लगा व गुड़ खिलाकर मनाया 20वां जन्मदिन। शुक्र वार को क्षेत्र के गांव सतनाली स्थित श्री श्याम गौसेवा धाम में पत्रकार प्रिंस लाम्बा ने सहपरिवार जाकर अपना 20वां जन्मदिन सवामणी लगा व घायल गौवंश को गुड़ खिलाकर मनाया।
जन्मदिन के अवसर पर गौशाला में सवामणी लगा प्रिंस लाम्बा ने कहा कि गौमाता में 33 कोटि देवी-देवता वास करते हैं इसलिए हमें गौमाता की सेवा के साथ-साथ संरक्षण भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का मनुष्य सिर्फ स्वयं तक सिमट कर रह गया है। उसके लिए रूपया-पैसा ही सबकुछ है। पैसे के चक्कर में वह अपना नींद-चैन, भूख-प्यास, शांति सब कुछ त्यागता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को असल शांति पुण्य व नेक कार्य करने से ही मिलेगी। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में बुजुर्गों का आदर व गौमाता की सेवा करनी चाहिए। गौमाता व बुजुर्गों की सेवा से बढक़र कोई सेवा नहीं है। आज हमारे समाज में अक्सर देखने को मिलता है कि लोग खासकर युवा पीढ़ी अपना जन्मदिन अनाप-सनाप वस्तुओं पर धन व्यय करके मनाते है, जिससे समाज में गलत संदेश जाता है। इसलिए सभी को अपनी संस्कृति के अनुरूप सामाजिक कार्यों में भागीदारी करके अपना जन्मदिन मनाना चाहिए।
इस अवसर पर प्रिंस लाम्बा के पिता वरिष्ठ पत्रकार मुन्ना लाम्बा ने कहा कि आज का मनुष्य के पाश्चात्य संस्कृति ने इस तरह जकड़ लिया है कि वह उसके चंगुल से निकल ही नहीं पा रहा है और यही कारण है कि वह अपने संस्कारों व संस्कृति को भूलता जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को बाह्य आडंबरों को त्यागकर सरल व सादगी भरा जीवन जीना चाहिए तथा अपनी संस्कृति व संस्कारों के बीच की दूरी को कम करना चाहिए ताकि सभी बुजुर्गों व गौमाता की सेवा कर पुण्य कमा सकें। तभी गौहत्या जैसी घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे प्राचीन ग्रंथों व पुराणों में भी गाय को माता-पिता से पहला दर्जा दिया गया है। जब हम दुकानों या होटलों पर जाते हैं तो वहां अक्सर देखा जाता है कि लोग 200 से 500 रूपये खाने-पीने पर तो खर्च कर देते हैं परंतु वहां लगे गौशाला के गुल्लकों में 10 रूपये डालना तक मुनासिब नहीं समझते। प्रत्येक नागरिक को गौसेवा व गौसंरक्षण के लिए आगे आना होगा तभी गौमाता को बचाया जा सकता है।
वहीं प्रिंस व मुन्ना लाम्बा ने घायल गौमाताओं के उपचार के लिए प्रयोग होने वाली दवाओं के लिए 10 हजार रूपए की धनराशि दानस्वरूप देते हुए बताया कि श्री श्याम गौसेवा धाम सतनाली बहुत की उत्कृष्ठ कार्य कर रही है। जहां गौशालाएं हष्ट-पुष्ट गायों को तो ले लेते है परंतु जख्मी-घायल गौमाताएं जो लाचार सडक़ों पर पड़ी दर्द में करहाती रहती हैं, उनको कोई आशियाना नहीं होता है। वहीं इस गौशाला में ऐसी ही लाचार गायों को रखकर उनका पूरा उपचार किया जाता है। उन्होंने कहा कि गौशाला संचालक तनुज व उनकी पूरी टीम साक्षात भगवान श्रीकृष्ण के समान होते हैं जो स्वयं की परवाह किए बिना दिन-रात गौमाता की सेवा में लीन रहते हैं। वे गर्मी, सर्दी, धूप, बरसात को नजर अंदाज कर सेवा निरंतर करते रहते हैं।
प्रिंस की नानी कमला देवी व माता मन्जू देवी ने कहा कि सभी को गौमाता की सेवा करनी चाहिए तथा प्रत्येक गृहणी को भी अपने घर में भोजन बनाते समय पहला ग्रास गौमाता के लिए निकालना चाहिए। ऐसा करने से न केवल घर में सुख-शांति बनी रहती है बल्कि गौमाता की कृपा भी उनके घर में हमेशा बनी रहती है तथा जिस घर में गाय को पाला जाता है अन्यथा गौसेवा की जाती है, उस घर या परिवार का कभी-भी बुरा नहीं हो सकता। प्रत्येक व्यक्ति विशेषकर महिलाओं को गौसेवा व जनसेवा जैसे सामाजिक कार्यों में बढ़-चढक़र भाग लेना चाहिए। वहीं गौशाला प्रबंधन ने भी प्रिंस को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर हिमांशु लाम्बा, विनय सिंधु सहित पूरा परिवार व गौशाला प्रबंधन उपस्थित रहा।
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